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12 सौ की नौकरी से की शुरुआत और देखते ही देखते ही मंत्री जी ने बना लिया 254 करोड़ की अवैध संपत्ति का बड़ा साम्राज्य

12 सौ की नौकरी से की शुरुआत और देखते ही देखते ही मंत्री जी ने बना लिया 254 करोड़ की अवैध संपत्ति का बड़ा साम्राज्य

LOCKNOW : 33 साल पहले उसने 12 सौ रुपए की पहली नौकरी की थी, लेकिन उसके इरादे कुछ और थे। दो दशक में उसने अपने दिमाग और अधिकारियों की मिली भगत से एक दो नहीं पूरे 250 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति अर्जीत खड़ी कर ली। मामला सरकारी जमीनों पर गिरोह बनाकर अवैध कब्जा करने वाले अजमत अली यूपी में सपा सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा रखनेवाले मोहम्मद इकबाल से जुड़ा है, जिसकी पूरी संपत्ति को लखनऊ पुलिस ने कुर्क कर लिया है। कुर्क की गई संपत्ति 2 अरब 54 करोड़ 45 लाख 2 हज़ार 9 सौ 51 रुपए की है।

इस कार्रवाई को लेकर   लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि अजमत अली गिरोहबंद समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम की धारा 14(1) के तहत राज्य के पक्ष में कुर्क किये जाने का आदेश पारित की गई थी. उन्होंने बताया कि अजमत अली मड़ियांव स्थित ग्राम घैला का रहने वाला है और इसका जन्म साधारण परिवार में हुआ था. 

साधारण परिवार में जन्म होने के नाते उसका पालन पोषण भी सामान्य रूप से किया गया. अजमत अली की पैतृक संपत्ति की बात करें तो इसके पास नाम मात्र की पैतृक संपत्ति थी और कई भाई-बहन थे. इसके हिस्से में बहुत कम संपत्ति थी. वहीं उसका बेटा मोहम्मद इकबाल अजमत अली पूर्व में समाजवादी पार्टी सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री था और अजमत अली के गैंग का सदस्य है


1200 महीने की कमाई से बन गया अरबों का मालिक

पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि जब परिवार का जीविकोपार्जन नहीं चल पा रहा था तो इसने 1988 में निसार अली नामक व्यक्ति के यहां 12 सौ प्रति माह में नौकरी करना शुरू किया और उसके बाद अभियुक्त ने एक संगठित गिरोह बना लिया, जिसका नेतृत्व ये खुद करने लगा.

अजमत के खिलाफ थाने में कई मामले 

पुलिस के अनुसार, अपराध में लिप्त होने के कारण थाना मड़ियांव में इसके ऊपर कई मुकदमे दर्ज भी किए गए. अजमत अली की बात करें तो उसके ऊपर हत्या की कोशिश, एससी-एसटी एक्ट सहित कुल 8 मुकदमे लखनऊ के मड़ियांव थाना में दर्ज हैं. पहला मुकदमा सन 2000 में लिखा गया था तो वहीं इसके बेटे इकबाल के ऊपर हमला करने के साथ-साथ अन्य  धाराओं में कुल तीन मुकदमे मड़ियाहूं थाने में ही दर्ज है.

कुर्क संपत्ति का विवरण सुन चकरा जाएगा माथा

पुलिस ने इनके नाम पर चल रहेमेडिकल कॉलेज, हॉस्टल को कुर्क किया है. पुलिस ने जिन संपत्तियों को कुर्क किया है. उसमें कैरियर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड हॉस्पिटल, एमबीबीएस बॉयज हॉस्टल, कैरियर पीजी इंस्टीट्यूट आफ डेंटल साइंस एंड हॉस्पिटल, नर्सिंग कॉलेज, स्टेडियम, भवन इंटर्वर्स हॉस्टल व परिसर, बीडीएस गर्ल्स हॉस्टल, बीडीएस बॉयज हॉस्टल, एमबीबीएस गर्ल हॉस्टल, डॉक्टर रेजिडेंस हॉस्टल, इंटर्न पीजी गर्ल्स हॉस्टल, कैंटीन, मेस, डेंटल कॉलेज परिसर में एसटीपी, ग्रामीण स्वास्थ्य परीक्षण केंद्र समेत शामिल है.

10 करोड़ से अधिक की लग्जरी गाड़ियां भी जब्त

लग्जरी गाड़ियों की बात करें तो अकेले उनकी संपत्ति 10 करोड़  51 लाख, 15 हजार रुपए से ऊपर है. ऑडी, टोयोटा क्वालिस, सिटी लाइन बस फॉर्च्यूनर और अन्य वाहन शामिल हैं। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक घैला, एक्सिस बैंक, एसबीआई पांडेयगंज नादान महल रोड, आईसीआईसीआई नादान महल रोड में अजमत अली और मोहम्मद इकबाल एवं उनके परिजनों के नाम तथा ट्रस्ट के नाम से जमा धन राशि, जिसकी कुल कीमत 77 लाख 35 हज़ार 5 सौ 30 रुपए है इसे सीज किया गया है.

शिक्षा के नाम पर शुरू किया अवैध धंधा

पुलिस कमिश्नर के मुताबिक अजमत अली ने 1995 में शिवपुरी में एक छोटा सा स्कूल खोला था और उसके बाद 1995 में ही कैरियर कान्वेंट एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का निर्माण चकरोड की जमीन और सार्वजनिक रास्ते पर अवैध कब्जा कर किया. फिर उसी ट्रस्ट से अर्जित संपत्ति से कमाए गए पैसों से अवैध रूप से वर्ष 1998 से 2000 के बीच कैरियर कान्वेंट कॉलेज बनाया. 

बन गया एजुकेशन माफिया

2007 में कैरियर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड हॉस्पिटल की बिल्डिंग नेशनल हाईवे से मिलाकर बनाना चालू किया गया और देखते ही देखते अवैध संपत्ति पर कब्जा करते हुए इसने ढाई अरब रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति खड़ी कर ली.



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