बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बीएसएससी के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे छात्र, 15 नवंबर को पटना में होगा महाआंदोलन

बीएसएससी के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे छात्र, 15 नवंबर को पटना में होगा महाआंदोलन

PATNA : बीएसएससी के खिलाफ छात्रों का आक्रोश थमने का नाम नही ले रहा है। दिनोंदिन छात्रों का गुस्सा बढ़ते ही जा रहा है। 13120 पदों के लिए 2014 मे निकली प्रथम इंटर स्तरीय बहाली साढ़े सात साल बाद भी पूरी नही होने से परीक्षार्थियों मे घोर निराशा है और वे काफी आक्रोशित भी हैं। बीएसएससी के खिलाफ अब एक बार फिर 15 नवंबर को पटना मे छात्रों का आंदोलन देखने को मिलेगा।

राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया की बीएसएससी ने खुद 19 सितंबर को नोटिस जारी करके बताया था कि नवंबर प्रथम सप्ताह मे प्रथम इंटर स्तरीय बहाली का काउंसलिंग शुरू होगा। लेकिन नवंबर प्रथम सप्ताह समाप्त होने के बाद भी काउंसलिंग की तिथि तक घोषित नही किया गया है। इसलिए अब छात्र आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं। दिलीप कुमार ने कहा कि काउंसलिंग की तिथि जल्द घोषित करने, काउंसलिंग मे सीट से दो से ढाई गुना अधिक अभ्यर्थियों को बुलाने, फर्जीवाड़ा रोकने और पारदर्शिता के साथ बहाली जल्द पूरी करने की मांग को लेकर 15 नवंबर को गर्दनीबाग धरनास्थल, पटना मे छात्र महा आंदोलन होगा।

छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि ये बहाली साढ़े सात साल पहले की है और 53 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स काउंसलिंग का इंतजार कर रहे हैं। इन साढ़े सात सालों मे इन अभ्यर्थियों ने काफी दुःख-दर्द को झेला है। इसलिए मानवीय रूख अपनाते हुए जल्द काउंसलिंग करवाकर फाइनल रिजल्ट प्रकाशित किया जाना चाहिए। इन साढ़े सात सालों मे हजारों अभ्यर्थी ऐसे हैं जो कहीं नौकरी मे भी चले गए हैं। ऐसी परिस्थिति मे काफी संख्या मे सीट खाली रहने की संभावना है। अगर सीट खाली रह जाती है और दूसरी तरफ साढ़े सात साल से नौकरी के लिए दिन-रात लगे अभ्यर्थियों को नौकरी नही मिलती है तो ये बहुत बड़ा अन्याय होगा। इसलिए काउंसिलिंग मे सीट से दो से ढाई गुना अधिक अभ्यर्थियों को बुलाना आवश्यक है ताकि सीटें खाली ना रहे। 

दिलीप कुमार ने कहा कि अगर बीएसएससी काउंसलिंग की तिथि जल्द घोषित नही करती है तो राज्य मानवाधिकार आयोग (बिहार), राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और यूएनओ तक पत्र, ईमेल और ट्विटर के माध्यम से इन मांगों को पहुंचाया जाएगा। साथ ही बिहार के सभी जिलों मे आंदोलन किया जाएगा और बिहार बंद भी किया जाएगा।

पटना से देबांशु प्रभात की रिपोर्ट

Suggested News