BETIYAAH : प•चम्पारण के मझौलिया प्रखंड के मुस्लिम बहुल क्षेत्र में प्रशासन की तरफ से वैक्सीनेशन की व्यवस्था की गई थी, लेकिन इसको लेकर जो गलतफहमी राजनीतिक दलों द्वारा उत्पन्न की गई थी, उसका नतीजा यह हुआ कि घंटों इंतजार के बाद भी कोई भी वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं पहुंचा। आनन फानन में इसकी जानकारी जिले के डीएम को दी गई। जिसके बाद खुद जिलाधिकारी ने इस इलाके में मोर्चा संभाल लिया, उन्होंने वैक्सीन को लेकर लोगों की गलतफहमी दूर की। जिसके बाद पूरी सूरत ही बदल गई।
मामला सेमराघाट और धोकरहा हरिजन टोले से जुड़ा है। मुस्लिम बहुल इस इलाके में मध्य विधालय धोकरहा तथा उत्क्रमित मध्य विद्यालय सेमरा घाट में टीकाकरण की व्यवस्था की गई थी। सेमराघाट में डॉ. लुकमान की टीम टीकाकरण के लिये सुबह में ही पहुंच गयी। कोई भी ग्रामीण टीकाकरण स्थल पर टीका के लिये नही पहुंचे। डॉ लुकमान ने इसकी सूचना मझौलिया पीएचसी प्रभारी डॉ. सलाम को दी।आनन फानन में प्रभारी हेल्थ मैनेजर कुमार विशाल के साथ पहुंचे। परंतु इनके समझाने बुझाने का कोई असर नही पड़ा। बाद में सिविल सर्जन को इसकी जानकारी दी गई। लेकिन हालात नहीं बदले। जिसके बाद डीएम कुंदन कुमार को इसकी जानकारी दी गई।
डोर टू डोर जागरुक करने पहुंचे डीएम
वैक्सीनेशन को लेकर लोगों की गलतफहमी दूर करने के लिए खुद डीएम वहां पहुंच गए और उन्होंने वार्ड 2 में डोर टू डोर जाकर लोगों को वैक्सीनेशन को लेकर व्याप्त अंदेशे को दूर करने की कोशिश की। डीएम के समझाने बुझाने का बड़ा असर पड़ा जिसके बाद लोग अपने घर से बाहर निकलकर टीका केंद्रों तक पहुंचे। सबसे बड़ी बात यह थी कि इनमें मुस्लिम तबके की महिलाएं भी शामिल थीं, जो बुर्का पहनकर सेंटरों पर पहुंचीं।