पूर्णिया. कांग्रेस में अपनी पार्टी का विलय करने के बाद भी पूर्णिया से लोकसभा टिकट नहीं मिलने पर पप्पू यादव ने गुरुवार को लालू यादव और तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लिया. पप्पू यादव ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन करने के बाद तेजस्वी यादव को जमकर लताड़ा. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव नफरत की राजनीति छोड़ें. पप्पू ने एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए ये बातें कही. उन्होंने कहा कि पूर्णिया कभी मुझे हारने नहीं देगा. पूर्णिया में पप्पू यादव के नामांकन करने से यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. राजद की बीमा भारती और जदयू के संतोष कुशवाहा से पप्पू यादव का मुकाबला है.
उन्होंने कहा कि मैं तेजस्वी यादव से कहूंगा कि नफरत की राजनीति छोड़ें। मुझे हमेशा लालू यादव के आशीर्वाद की उम्मीद रहती है। यादव ने कहा, ''मुझे राजद नेता का फोन आया कि मुझे मधेपुरा से चुनाव लड़ना चाहिए, लेकिन मैंने कहा कि अगर मैं राजद के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ सकता हूं, लेकिन केवल पूर्णिया से और राजद बीमा भारती को मधेपुरा में स्थानांतरित कर सकता है। पप्पू ने कहा राजद के कई उम्मीदवारों ने नामांकन किया लेकिन कहीं भी तेजस्वी यादव नहीं गए. वे पूर्णिया आए क्योंकि यहां पप्पू यादव चुनाव मैदान में है. उन्होंने तेजस्वी यादव से नफरत की राजनीति छोड़ने की अपील की.
इसके पहले पप्पू यादव ने अपने माता-पिता का आशीर्वाद लिया. वे बुलेट पर सवार होकर नामांकन करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि मैंने कोई गलती नहीं की, कोई अपराध नहीं किया। मैं हर मुसीबत में सबके साथ खड़ा रहा। जो जिंदगी बची है उसमें भ्रष्टाचार से लड़ने और सीमांचल और पूर्णिया के विकास के लिए जी-जान से काम करूंगा। उन्होंने कहा कि पिछले 14 दिनों से लोग पूछ रहे हैं कि पूर्णिया का क्या हाल? पप्पू यादा के बारे में क्या? मैंने दिल जीत लिया है और आशीर्वाद भी मुझे मिलेगा। यही बात मैंने हाथ जोड़कर लालू यादव से भी कही। पूर्णिया ने मुझे कभी हारने नहीं दिया और मेरे साथ मजबूती से खड़ा है और अगर मैं यहां से चला गया तो यह मेरे लिए आत्मघाती होगा, यादव ने कहा कि वह I.N.D.I.A ब्लॉक को मजबूत करने के लिए काम करेंगे और वह लालू यादव की बेटियों के लिए भी काम करेंगे।
दरअसल, पप्पू यादव ने अपनी पार्टी विलय कांग्रेस में किया. उसके एक दिन पहले उन्होंने पटना में लालू यदव से मुलाकात की. हालांकि इस बीच कांग्रेस ने पप्पू को पूर्णिया से उम्मीदवार बनाने के वादा लिए. वहीं राजद ने बड़ा खेला करते हुए बीमा भारती को मैदान में उतार दिया. इससे पप्पू यादव को अब अकेले ही अपने बलबूते चुनाव लड़ने की नौबत आ पड़ी है.