PHED विभाग में हुए 4500 करोड़ के टेंडर की होगी जांच,हेराफेरी की आशंका वाली निविदाएं होंगी रद्द, बिहार डिप्‍टी सीएम विजय सिन्हा ने दिये जांच के आदेश

PHED विभाग में हुए 4500 करोड़ के टेंडर की होगी जांच,हेराफेरी

पटना: बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद अब नीतीश -तेजस्वी की इंडी गठबंधन सरकार में राजद कोटे के मंत्रियों के विभाग के कुच निर्णयों की समीक्षा शुरु हो गयी है. सीएम नीतीश कुमार ने इस ओर ध्यान दिलाते हुए कहा था कि राजद के मंत्री भ्रष्ट आचरण में लिप्त थे. एनडीए की नई सरकार में अब इनकी जांच होगी. सीएम नीतीश  ने स्वास्थ्य, पथ निर्माण विभाग, शहरी विकास, ग्रामीण कार्य विभाग सहित कई विभागों के अधिकारियों को इंडी गठबंधन सरकार में लिये गये निर्णयों की समीक्षा करने को कहा.

सिंगल टेंडर की हो रही है जांच

वहीं पीएचईडी में सभी सिंगल टेंडर पर तलवार लटकने लगी है.  अब तक जारी 4500 करोड़ की निविदाओं की जांच होगी जांच रिपोर्ट सीएम नीतीश कुमार के पास जाएगी जो इस पर फैसला करेंगे.  पीएचईडी विभाग में समीक्षा के बाद उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने इसका निर्देश दिया. सिन्हा के इस आदेश के बाद पीएचईडी के अधिकारियों से लेकर ठेकेदारों तक में खलबली मच गई है.ये निविदाएं पिछले डेढ़ वर्षों के दौरान जारी हुई हैं. तब राज्य में इंडी गठबंधन सत्ता में था और राजद कोटे से ललित कुमार यादव पीएचईडी मंत्री हुआ करते थे.

 हेराफेरी के प्रमाण के बाद जांच के आदेश

जानकारी के अनुसार नवगठित एनडीए सरकार को ऐसे कई प्रमाण मिले हैं, जिससे पिछली सरकार के दौरान निविदाओं और राशि के आवंटन में गड़बड़ी की शिकायत के बाद  विभागीय जांच का आदेश दे दिया गया है.

गाज गिरना तय

दो या दो से अधिक व्यक्तियों के स्वामित्व वाली कंपनियों को मिले ठेकों की भी जांच होगी.  उस निविदा की भी जांच होगी, जिसे दो लोगों ने मिलकर लिया है.  अगर उनमें कोई हेराफेरी पाई गई तो गाज गिरना तय माना जा  है. हेराफेरी में शामिल विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों और  इंजीनियरों पर भी कार्रवाई होगी. पीएचईडी से उसकी शुरूआत हो गई है.गठबंधन की सरकार में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग राजद के पास था. इस विभाग के मंत्री दरभंगा ग्रामीण से पांच बार विधायक रह चुके राजद के कद्दावर नेता ललित यादव थे. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री व डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हमने विभाग की समीक्षा शुरू की है जिसमें बड़ी गड़बड़ी की आशंका जतायी जा रही है. टेंडर में गड़बड़ी की सूचना मिल रही थी.