बिहार में मनरेगा का हाल ! जेल में बंद रहा मजदूर, काम को लेकर होता रहा भुगतान, उपमुखिया ने की कार्रवाई की मांग

CHAPRA : मनरेगा योजना केंद्र सरकार की ओर से गरीब व मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें संबल प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। लेकिन इसे भी भ्रष्टाचार का बड़ा जरिया बना लिया गया है। मामला मशरक थाना क्षेत्र के बंगरा पंचायत के हंसापीर गांव में उप मुखिया शिव कुमार राय के द्वारा लाया गया है। 

उन्होंने मामले में अधिकारियों से जांच पड़ताल कर आवश्यक कारवाई करने की मांग की है। मामले में उप मुखिया शिव कुमार राय ने बताया कि वर्ष 2022 में पंचायत के हंसापीर गांव निवासी राम प्रवेश महतो मनरेगा मजदूर के रूप में कार्यरत दिखाया गया है। वह जिस अवधि में मनरेगा मजदूर के रूप में कार्य कर रहा था।

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इस दौरान वह गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र में अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया गया और अवैध शराब मामले में जेल में बंद रहा। लेकिन मनरेगा कार्य में मुखिया के द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से बाकायदा उसकी उपस्थिति दर्ज कर रखी है। 

उसके नाम से पेमेंट भी कर दिया गया है। जो पंचायत में मनरेगा योजना में धांधली करने का जीता जागता उदाहरण है। मामले में उप मुखिया शिव कुमार राय ने मीडिया को बताया कि उनके द्वारा मामले में उचित कार्रवाई की मांग की गई है।

छपरा से शशि सिंह की रिपोर्ट