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सरकारी नौकरी का सपना होगा पूरा : राज्य के ITI केंद्रों में के लिए आया बड़ा फरमान.....

सरकारी नौकरी का सपना होगा पूरा : राज्य के  ITI केंद्रों में के लिए आया बड़ा फरमान.....

डेस्क...  राज्य के सरकारी आइटीआई केंद्रों में खाली चल रहे 2475 पदों पर जल्द ही नियुक्ति की जाएगी। श्रम विभाग एक से दो दिनों में रिक्तियों की संख्या तकनीकी सेवा आयोग को भेज देगी, इसके बाद विज्ञापन जारी हाे जाएगा। खाली पदों में अधिकतर शिक्षक संवर्ग के हैं। दरअसल, केंद्र सरकार ने राज्यभर के सरकारी व निजी आइटीआइ में खाली पदों पर बहाली जल्द -से -जल्द करने का निर्देश श्रम संसाधन विभाग को दिया है। कहा गया है कि आनुपातिक रूप से इंस्ट्रक्टर, प्राचार्य और उप प्राचार्य के सभी खाली पदों को नहीं भरा जाएगा, तो शिक्षकों के अनुपात में सीटें कम कर दी जाएंगी। इस निर्देश के बाद श्रम संसाधन विभाग के मंत्री ने बैठक की। साथ ही बहाली की प्रक्रिया तेज करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। 

उन्होंने कहा है कि सोमवार तक तकनीकी आयोग को खाली पदों का पूरा ब्योरा भेज दिया जाये, ताकि आयोग भी इस संबंध में जल्द से जल्द आगे काम कर सकें। हाल के दिनों में प्रशिक्षण एवं महानिदेशालय-डीजीटी के उप महानिदेशक दीपांकर मलिक की ओर से एक पत्र जारी किया गया है। इसमें सभी आइटीआइ को शिक्षक व प्राचार्य के पद भरने को कहा गया है वरना क्रमानुसार सीटों में कटौती कर दी जाएगी।

पत्र के हिसाब से 2020 में आइटीआइ को स्वीकृत पद की तुलना में कम से कम 40 फीसदी सीआइटीएस पास अभ्यर्थियों से भर्ती करनी होगी, नहीं तो उनकी 50 फीसदी सीटें इसी साल कम कर दी जाएंगी। 2022 तक अगर स्वीकृत शिक्षक के पदों में से 80 फीसदी सीआइटीएस से नहीं भरे गए तो उनकी सीटें 100 फीसदी कम कर दी जाएंगी। सीआइटीएस की डिग्री आइटीआइ, डिप्लोमा या इंजीनियरिंग पास छात्र भी ले सकते हैं।


निजी आइटीआइ में कितनी सीट खाली हैं। इसका ब्योरा नहीं है, लेकिन सरकारी आइटीआइ में अभी 2700 इंस्ट्रक्टर के बदले कुल 218 नियमित और 212 कांट्रैक्ट इंस्ट्रक्टर हैं। इनके पर्यवेक्षण के लिए 535 ग्रुप इंस्ट्रक्टर के बदले 261 ही कार्यरत हैं। इसी तरह प्राचार्य -उप प्राचार्य संवर्ग के 325 पदाधिकारियों के बदले मात्र 90 पदाधिकारी ही सेवा में हैं। साल 2007 में 131 और 2010 में लगभग 212 इंस्ट्रक्टर की नियमित नियुक्ति हुई थी।


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