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नवादा के फुलवरिया डैम पर फ्लोटिंग सौर परियोजना स्थापित करने की तेज हुई प्रक्रिया, जल्द निकाली जाएगी निविदा

नवादा के फुलवरिया डैम पर फ्लोटिंग सौर परियोजना स्थापित करने की तेज हुई प्रक्रिया, जल्द निकाली जाएगी निविदा

PATNA : बिहार स्टेट पॉवर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) बिहार में नवीकरणीय उर्जा के स्रोतों का विस्तार करने के क्रम में नवादा के फुलवरिया डैम पर फ्लोटिंग सौर परियोजना स्थापित करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। इसके लिए निविदा आमंत्रित करने की प्रकिया चल रही है। यह परियोजना मुख्यमंत्री के विजन ‘नीचे मछली ऊपर बिजली’ के लिए भी पूरी तरह से अनुकूल होगी।

बिहार की भौगोलिक स्थिति के अनुसार नवीकरणीय उर्जा स्रोंतो के रूप में सौर एवं जल से बिजली बनाने की दोहन क्षमता है। अत: सौर उर्जा का नवीकरणीय उर्जा के प्रमुख स्रोत के रूप में राज्य में उपयोग किया जा रहा है। सामान्यत: सौर परियोजना का निर्माण बंजर भूमि पर ही किया जाता है। दूसरे राज्यों की तुलना में बिहार में बंजर भूमि की उपलब्धता कम है। अत: राज्य के उन क्षेत्रों में जहां प्राकृतिक अथवा मानव निर्मित तालाब व जलाशय हैं, जिनमें आठ–नौ महीने पानी रहता है, और जिनका इस्तेमाल मछली पालन या फिर कृर्षि कार्यों के लिए होता है, का उपयोग सोलर मॉड्यूल माउंटिंग संरचना की ऊंचाई बढ़ाकर ग्राउंड माउंटेड के रूप में सौर उर्जा परियोजना को प्रोत्साहित करने की योजना बनाई गई है।

यह मुख्यमंत्री की दूरदर्शी संकल्पना ‘नीचे मछली ऊपर  बिजली’ को भी मूर्तरूप प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें सौर्य उर्जा के दोहन के लिए स्थापित संयंत्रों के नीचे मछली पालन किया जा सकेगा। यानि ऊपर सूर्य की रोशनी से बिजली का निर्माण होगा और नीचे के जल भंडार में सहजता से मछली पालन किया जाएगा। इससे राज्य में नवीकरणीय उर्जा के उपभोग को तो बढ़ावा मिलेगा ही साथ ही सूबे के किसानों की आमदनी में भी वृद्धि होगी। 

गौरतलब है कि बिहार सरकार द्वारा बिहार के नए और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोंतों को बढ़ावा देने के लिए बिहार नवीन और नवीकरणीय उजा स्रोंतो सवंर्द्धन नीति, 2017 भी अधिसूचित है। बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ने कहा कि बिहार में अभी कुल 150 MW बिजली सोलर से उत्पादीत की जा रही है। साथ ही राज्य में नीचे मछली ऊपर बिजली के तहत दो जगहों, दरभंगा एवं सुपौल, पर बिजली उत्पादित कर फीडर से जोड़ कर उपभोक्ताओं को आपूर्ति की जा रही है। इसके अलावा कजरा में 600 मेगावाट व पीरपैंती में लगभग 200 मेगावाट सोलर बिजली उत्पादन हेतु कार्य कार्य शुरू हो चुका है।

बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशानुसार हम राज्य में सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने हेतु कार्य कर रहे हैं। इसमें हमने सफलता भी पाई है। हमने सरकारी भवनों पर सोलर संयंत्र स्थापित कर आपूर्ति शुरू कर दी है। कई सरकारी स्कूलों में भी सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसी प्रकार से हम उपभोक्ताओं को भी सौर ऊर्जा के उपयोग हेतु प्रोत्साहित कर रहे हैं। निजी परिसरों में ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर पैनल लगाने पर उपभोक्ताओं को राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी का भी प्रावधान है।

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