PATNA : राज्यसभा चुनाव के दौरान बिहार कांग्रेस के प्रभारी गोहिल के द्वारा लिखे गए लेटर के बाद से कांग्रेस और राजद की दोस्ती में जबरदस्त दरार आ गया है। जो आज भी सदन में देखने को मिली।
बता दें कि बजट सत्र के दौरान राजद के सदस्यों के द्वारा किए जा रहे सदन के अंदर विरोध से कांग्रेस ने अपने आपको किनारा कर लिया ।यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य सभा कैंडिडेट को लेकर शुरू हुआ मनमुटाव पर फिलहाल विराम नहीं लगा है।
कांग्रेस और राजद की बीच बढ़ गयी दूरी
महागठबंधन के दो महत्वपूर्ण दल राजद और कांग्रेस के बीच सब कुछ अच्छा नहीं है। राज्यसभा चुनाव में लालू के द्वारा प्रेमचंद गुप्ता और अमरेंद्र धारी सिंह के भेजने के निर्णय से कांग्रेस नाखुश है। कांग्रेस के द्वारा राजद को वादा याद दिलाते हुए कहा गया था कि इस राज्यसभा चुनाव में 1 सीट उन्हें भी दिया जाए। लेकिन राजद नेतृत्व ने कांग्रेस की की अनसुनी करते हुए दोनों सीटों पर अपने मन मुताबिक कैंडिडेट उतार दिया।
बिहार के कांग्रेस प्रभारी गोहिल ने पत्र लिखकर राजद नेतृत्व को अपने वादे पर खरा उतरने को कहा था ।इसके जवाब में राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने गोहिल के पत्र को ही फर्जी बता दिया था।
उस दौरान से शुरू हुआ मनमुटाव आज भी सदन के अंदर देखने को तब मिला जब एक तरफ राजद सदस्य राज्य की स्थिति को लेकर सरकार का विरोध कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेसी सदस्य बिल्कुल शांत बैठे थे।
विवेकानंद की रिपोर्ट