SAMASTIPUR : जिले में जमीनी विवाद इस कदर बढ़ गई है कि यहां के पदाधिकारी उस पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है। जिसका नतीजा है आए दिन लोग आत्मदाह को लेकर मजबूर हो रहे हैं। ताजा मामला नगर थाना क्षेत्र के बहादुरपुर वार्ड नंबर 27 का है जहां रीता देवी नामक एक महिला आत्मदाह करने का ऐलान किया। हालांकि नगर पुलिस समय रहते उसे अपने हिरासत में ले लिया।
बताया जाता है कि महिला जिस मकान में रहती है वह मकान फर्जी कागजात बनाकर उसे बेच दिया गया महिला को जब पता चला तो उसने अंचलाधिकारी से लेकर जिला अधिकारी तक आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई कोई कार्यवाही नहीं होने से थक हार कर न्यायालय का सरल लिया वहां से भी कुछ नहीं मिला तो आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गई और गुरुवार को एक आवेदन देकर आत्मदाह का निर्णय लिया आनन-फानन में पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया उसके बाद अंचलाधिकारी ने उक्त जमीन का मोटेशन रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर तत्काल में चिट्ठी निकालकर नगर थाना पर महिला को थमा दिया।
सिविल कोर्ट के सामने जाकर करो आत्मदाह - सीओ
साथ ही अंचलाधिकारी ने महिला को कहा कि आत्मदाह ही करना था तो सिविल कोर्ट के सामने करती समाहरणालय को क्यों बदनाम करती हो ऐसी बेतुका बातें अधिकारियों को कहां तक शोभा देता है बहरहाल मीडिया कर्मियों मैं जब जिलाधिकारी से इस मामले की जानकारी लेनी चाही तो तिलमिलाकर उन्होंने पल्ला झाड़ दिया। हालांकि समय रहते अगर अंचलाधिकारी उक्त महिला के आवेदन पर ध्यान देकर अगर जांच पड़ताल करते तो शायद आज अपने बच्चों के साथ आत्मदाह करने का निर्णय नहीं लेती।
महिला को दे रहे सीख आत्महत्या से किसका फायदा
इस दौरान सीओ साहब पीड़ित महिला को यह सीख देते नजर आए कि आत्मदाह से किसी को कोई फायदा नहीं है। यह समस्या का हल नहीं। लेकिन साहब ने एक बार भी पीड़ित महिला का मकान वापस दिलाने को लेकर किसी प्रकार की सहायता की बात नहीं की