DESK. कहते हैं कवि और गीतकार का एक तंज बड़े बड़े सूरमा को भी परास्त कर देता है. अपने गीतों और वक्तव्यों के जरिए गीतकार हमेशा ही विरोधियों को उसके क्रूर चेहरे की हकीकत पेश कर देते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ है जावेद अख्तर के साथ. उन्होंने वह काम कर दिया है जो काम बड़े से बड़े राजनेता और डिप्लोमैट्स भी नहीं कर पाये थे. दरअसल, जावेद अख्तर ने पाकिस्तान की जमीन पर जाकर पाकिस्तान के लोगों के बीच कह दिया है कि पाकिस्तान में आतंकवादी रहते हैं. पाकिस्तान ने ही मुम्बई पर आतंकी हमला कराया था.
जावेद अख्तर का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें वे लाहौर में बैठकर पाकिस्तान को उसकी औकात याद दिला रहे हैं. उन्होंने लाहौर में हुए एक इवेंट में पाकिस्तान को साफ़ संदेश दिया कि वह आतंकवाद की पनाहगार है. इतना ही नहीं, जावेद ने यहां पाकिस्तान की मूल भाषा उर्दू की असलियत भी सभी को बताई. खास बात यह है कि जब जावेद यह सब बोल रहे थे तो पाकिस्तानी आवाम भी इसे स्वीकार कर रही थी और इसकी गवाही वहां गूंज रही तालियों की गड़गड़ाहट दे रही थी. खुद जावेद ने भी भारत लौटने के बाद बताया है कि कैसे वहां की जनता उनके विचारों को रजामंदी दे रही थी.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जावेद अख्तर भारत और पाकिस्तान के बीच मित्रवत और शांतिपूर्ण संबंधों पर जोर दे रहे हैं. वे कह रहे हैं, "हमें एक-दूसरे पर आरोप नहीं लगाना चाहिए. इससे कुछ भी हल नहीं निकलेगा। माहौल तनावपूर्ण है, इसे कम किया जाना चाहिए." इसी बातचीत के दौरान 78 साल के जावेद ने पाकिस्तान को उसकी औकात याद दिलाई और कहा, "हम मुंबई के लोग हैं. हमने देखा है कि हमारे शहर पर कैसे हमला किया गया. 26/11 के हमलावर नॉर्वे या इजिप्ट से नहीं आए थे. वे आज भी आपके देश में आज़ाद घूम रहे हैं."
जावेद की इस साफगोई का अब हर कोई मुरीद बना हुआ है. लोग जावेद अख्तर की जमकर सराहना कर रहे हैं. इसे पाकिस्तान को आइना दिखाने वाला काम बताया जा रहा है. गौरतलब है कि 26/11 के हमले में मुंबई में कई लोगों ने जान गंवाई थी. भारत में इस हमले के लिए पाकिस्तान के आतंकी संगठनो को जिम्मेदार ठहराया गया था. यहां तक कि पुलिस की गिरफ्त में आया आतंकी भी पाकिस्तान का ही था जिसे बाद में फांसी दी गई थी.