PATNA : बिहार के लगभग दो करोड़ बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। राज्य में बिजली लगभग दो फीसदी सस्ती हो गई है। बिजली दरों में 3.03 फीसदी बढ़ोतरी के कंपनी के प्रस्ताव को बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने खारिज कर दिया। यह लगातार दूसरा साल है, जब बिहार में बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।
विनियामक आयोग का निर्णय आते ही बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं को अनुदान जारी रखते हुए सभी श्रेणियों की बिजली दर में 15 पैसे प्रति यूनिट की कमी कर दी। कंपनी के इस निर्णय से किसानों को जहां 96 करोड़, तो राज्य के सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को 740 करोड़ रुपये की बचत होगी। नई बिजली दरें 1 अप्रैल 2024 से प्रभावी होंगी।
इससके साथ ही विद्युत विनियामक आयोग ने किसानों को भी बड़ी राहत दी है। सबसे सस्ती बिजली किसानों को मात्र 55 पैसे प्रति यूनिट की दर से मिलेगी। आयोग के नये फैसले के बाद अब कृषि बिजली उपभोक्ताओं को हर महीने बिजली बिल नहीं चुकाना पड़ेगा। अब किसानों को फसल कटाई चक्र के अनुसार बिल का भुगतान करना होगा यानी किसानों को अब एक साल में चार बार बिजली का भुगतान करना होगा।
आयोग ने ऑनलाइन भुगतान पर दिया छूट
आयोग ने ऑनलाइन सिस्टम के जरिये बिजली उपभोक्ता के भुगतान पर बिल की राशि में 1 फीसदी की छूट भी जारी रखने का फैसला लिया. बिजली वितरण कंपनियों ने विनियामक आयोग से इसकी अधिकतम सीमा 20 हजार रुपये करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे आयोग ने खारिज कर दिया. इसके अलावा मीटर रहित स्ट्रीट लाइट के बिजली शुल्क में भी कमी की गयी है.
नवंबर 2023 में ही दिया था महंगी दर का प्रस्तावः बिजली कंपनियों ने नवंबर 2023 में ही बिजली दर महंगी करने का प्रस्ताव दिया था. कंपनियों की याचिका पर आयोग ने जनवरी-फरवरी में जनसुनवाई पूरी कर ली थी. लोगों से मिले सुझाव और कंपनी की दलीलों के आधार पर आयोग ने 1 मार्च को नयी दरों का एलान कर दिया.
एक नजर में अनुदान सहित बिजली दर (रुपए प्रति यूनिट में )
यूनिट पुरानी दर नई दर
कुटीर ज्योति (बीपीएल)
0-50 2.12 1.97
ग्रामीण घरेलू
0-50 2.60 2.45
50 यूनिट से अधिक 3.00 2.85
शहरी घरेलू
0-100 4.27 4.12
100 से अधिक 5.67 5.52
कृषि
प्रति यूनिट 0.70 0.55