PATNA : बिहार में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, फिर चाहे वह शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय, एक्टिंग, राजनीति हो या अपराध। हर फील्ड में बिहारी अपनी छाप छोड़ रहे हैं। कुछ माह पहले बिहार में चोरों ने नदी पर बने लोहे के पुल को चुरा लिया था। अब एक बार फिर से चोरों ने ऐसा ही कारनामा किया है। अंतर इतना है कि इस बार चोरों ने किसी लोहे की पुल की जगह एक मोबाइल टावर को चुरा लिया है। टावर चोरी होने के बाद अब कंपनी के लोगों ने स्थानीय थाने को इसकी सूचना दी है।
सुनने में यह अटपटा लग रहा है मगर यह सच है,जालसाजों ने मोबाइल कंपनी का कर्मचारी बता कर गर्दनीबाग थाना के क्षेत्र के यारपुर राजपुताना में लगा जीटीएम इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का पूरा टावर ही चुरा लिया। चोरों ने इतने इत्मिनान से यह सब काम किया कि किसी को शक भी नहीं हुआ।
तीन दिन में खोला टावर
टावर खोलने में इन सब को तीन दिन का समय लगा। आराम से टावर खोल कर चोर ले चले गये। बाद में जब कंपनी को इस बात की जानकारी लगी तब वह जमीन मालिक से टावर के बारे में पूछा तो उन्होंने ने बताया कि कुछ लोग आये और अपने आप को कंपनी का आदमी बता कर टावर खोलकर चले गए। कंपनी ने इस बात की सूचना गर्दनीबाग थाना को देते हुए प्राथमिकी दर्ज करने की गुहार लगाई है।
कुछ साल से बंद था टावर
कंपनी के कर्मचारी सुनील कुमार ने बताया कि जीटीएल कंपनी का टावर मनमती देवी, पति स्वर्गीय बद्री नारायण सिंह की जमीन पर लगा हुआ था। यह टावर कुछ वर्षों से बंद था। हाल ही में कंपनी के अधिकारी अपने टावरों का निरीक्षण करने पहुंचे तो पाया कि टावर है ही नहीं। इस बाबत जमीन मालिक से पूछा गया तब उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पूर्व कुछ लोग आए थे और अपने आप को कंपनी का आदमी बता बोला कि हम लोग टावर खोल कर ले जाएंगे। इसके बाद सभी ने टावर खोल लिया और सारा सामान लेकर चले गए।
19 लाख का था टावर
कंपनी के अधिकारी ने जमीन मालिक को बताया कि कंपनी की ओर से ऐसा कुछ नहीं हुआ तब पता लगा कि एक गैंग ने करीब 19 लाख कीमत का टावर चुराया है। कंपनी की ओर से गर्दनीबाग थाना में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया गया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। टावर की चोरी एक दिनों में नहीं हुई होगी। इस बाबत जमीन मालिक से भी पूछताछ की जाएगी।