नीतीश सरकार का विरोध करने पटना में जुटे हजारों शिक्षक, विधानसभा घेराव की तैयारी, पुलिस ने शहर को किया छावनी में तब्दील

पटना. शिक्षक बहाली में नए नियम और विशेषकर डोमिसाइल नीति का विरोध कर रहे राज्य भर के शिक्षक मंगलवार को पटना में प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे राज्य की नीतीश सरकार की चिंता बढ़ गई है. हजारों की संख्या में राज्य के अलग अलग जिलों से पटना पहुंचे शिक्षकों का आंदोलन गर्दनीबाग धरना स्थल से शुरू होगा और बाद में वे विधानसभा घेराव भी कर सकते है. शिक्षकों के इस प्रदर्शन को देखते हुए पटना में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. पटना में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है. शहर के प्रमुख चौराहों और प्रदर्शन स्थलों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. डाकबंगला चौराहा, इनकम टैक्स गोलम्बर, गर्दनीबाग धरना स्थल, सहित विधानसभा जाने वाली सभी सडकों पर हजारों की संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है ताकि किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित किया जा सके. विशेषकर शिक्षकों का समूह अगर विधानसभा की ओर कूच करता है तो उन्हें रोकने के लिए हर प्रकार की सुरक्षा इंतजाम किए गए है.

दरअसल, शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिए जाने का निर्णय बिहार की नीतीश सरकार ने लिया है. लेकिन, इसके लिए उन्हें बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा देनी होगी. वहीं नीतीश सरकार ने नियमों में एक और बड़ा बदलाव करते हुए डोमिसाइल के प्रावधानों को बदल दिया है. इससे अब बिहार के अलावा अन्य राज्यों के लोग भी बिहार में शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं. वहीं शिक्षकों और राज्य के बेरोजगार लोगों का कहना है कि नीतीश सरकार के डोमिसाइल में किए गए बदलाव के कारण बिहारियों को नौकरी का संकट होगी. पहले से ही नौकरी के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा झेलते लोगों को अब और अपने ही राज्य में अन्य राज्यों के लोगों के साथ प्रतिस्पर्था करने की मजबूरी होगी. 

नीतीश सरकार से डोमिसाइल नीति में बदलाव की मांग को लेकर अब शिक्षक अभ्यर्थी पटना में बड़ा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके लिए सभी जिलों में हजारों की संख्या में शिक्षकों का जुटान पटना में हुआ है. अपनी मांगों के सर्मथन में वे विधानसभा घेराव भी कर सकते हैं. वहीं प्रदर्शन के उग्र होने की पूरी संभावना को देखते हुए पटना पुलिस ने शहर को छावनी में बदल दिया है. किसी प्रकार का विरोध या विधानसभा घेराव के लिए जबरन जाने वालों को रोकने के लिए जगह जगह बैरीकेडिंग की गई है. कई जगहों पर वाटर कैनन भी रखे गए हैं ताकि भीड़ को आगे बढने से रोका जा सके . 

दर्शन को सफल बनाने के लिए बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव और पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सभी राजनीतिक दल से मिलकर प्रदर्शन के लिए समर्थन जुटा रहे हैं. वहीं राज्य में चल रहे मानसून सत्र में इस मुद्दे पर सदन में भी जोरदार हंगामा होने की उम्मीद है.  साथ ही 13 जुलाई को बिहार बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता गांधी मैदान से विधानसभा तक मार्च करेंगे.