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जिम्मेदारी से बचने के लिए मरे हुए को जिंदा बता रही थी पुलिस, शव को हथकड़ी पहना कर भेज दिया अस्पताल में इलाज कराने

जिम्मेदारी से बचने के लिए मरे हुए को जिंदा बता रही थी पुलिस, शव को हथकड़ी पहना कर भेज दिया अस्पताल में इलाज कराने

HAJIPUR :  हाजीपुर जेल प्रशासन की एक ऐसी हरकत सामने आई है। जिसे जानने के बाद जेल प्रशासन सवालों के घेरे में आ गया है। यहां जेल में एक बंदी की तबीयत खराब हुई, जिसके बाद कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। लेकिन इससे पहले कि बंदी की मौत का सच सामना आता, जेल प्रशासन ने न सिर्फ मरे हुए को जीवित बता दिया, बल्कि बाकायदा उसे हथकड़ियां पहनाकर जेल प्रहरियों के साथ इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा दिया। साथ ही दिखाने के लिए एक लेटर भी जारी कर दिया जिसमें बताया गया कि इलाज के दौरान बंदी की मौत हो गई है। लेकिन जेल प्रशासन की पोल खुल गई जिसके बाद खूब हंगामा हुआ। 

पूरा मामला हाजीपुर जेल में एक कैदी की मौत का है. बताया गया . लालगंज के राजकिशोर नाम का बुजुर्ग 4 दिन पहले जेल पहुंचा था। आपराधिक मामले में जेल में बंद कैदी पहले से बीमार था। जिसके कारण जेल में उसकी मौत हो गई थी। शनिवार  दोपहर करीब 3 बजे हाजीपुर जेल प्रशासन एक कैदी को लेकर अस्पताल पहुंचा था. 

इलाज का रचा ड्रामा 

जेल में बंदी की मौत होने के बाद जेल प्रशासन ने आरोपों से बचने के लिए एक ड्रामा रचा। जिसमें यह बताया गया कि बंदी की तबीयत खराब होने के बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है।  जिले के अधिकारियों को भी जेल प्रशासन ने खबर दी कि कैदी बीमार है. परिजनों को भी कैदी की मौत की खबर देने की बजाय जेल प्रशासन ने खुद को बचाने के लिए चिट्ठी लिख कर खबर दी.

इस तरह खुली जेल प्रशासन की पोल

जेल प्रशासन ने बंदी की मौत को लेकर जो ड्रामा रचा था, उसे पूरी योजना के साथ तैयार किया गया था, लेकिन उन्होंने अस्पताल के डॉक्टरों को विश्वास में नहीं लिया। नतीजा यह हुआ कि जेल प्रशासन के लेटर से अंजाम डॉक्टर ने बंदी के परिजनों के सामने यह कह दिया कि जब उसे अस्पताल लाया गया उससे पहले ही मौत हो चुकी थी। डॉक्टर ने साफ कर दिया कि अस्पताल में कोई इलाज नहीं हुआ था।

जेल प्रशासन की इस हरकत पर परिजन भड़क गए और हंगामा करने लगे. जेल महकमे की इस अमानवीय और शर्मनाक करतूत मामले में हंगामे और बवाल के बाद मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दे दिया गया है. देर रात न्यायिक टीम पूरे मामले की जांच करने अस्पताल पहुंची और मौत के इस मामले की पड़ताल करती दिखी. 

हाजीपुर जेल में कैदियों की मौत का ये पहला मामला नहीं है. महज 7 दिन पहले भी हाजीपुर जेल में एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. जेल में मौतों के ज्यादातर मामलो की तरह ही 13 फरवरी को हाजीपुर जेल में हुई मौत मामले में भी जेल प्रशासन ने खुद को पाक साफ़ बता दिया था.

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