पटना- 19 July 2024: -शुभ कार्यों में पंचांग का महत्व बहुत अधिक है. हिन्दू धर्म में शुभ कार्य मुहूर्त से किये जाते हैं. शुभ मुहूर्त पंचांग द्वारा ही निकाला जाता है. पंचांग पांच अंगों से मिलकर बना है . समय,तिथि, शुभ मुहूर्त , ग्रह और राशि और खगोलीय पिंड के अनुसार पंचांग को बनाया जाता है. पांच अंगों के आधार पर बताया जाता है कि कौन से दिन में शुभ मुहूर्त कौन से दिन में अशुभ.
माह-आषाढ़ ,शुक्ल पक्ष
तिथि- त्रयोदशी 07:43pm तक फिर चतुर्दशी
व्रत- प्रदोष व्रत,वैभव लक्ष्मी व्रत
दिवस-शुक्रवार
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 41 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 19 मिनट पर
चंद्रोदय - शाम 05 बजकर 52 मिनट पर
चंद्रास्त - मध्य रात्रि 03 बजकर 35 मिनट पर।
शुभ मुहूर्त
रवि योग - सुबह 05 बजकर 35 मिनट से 11 बजकर 21 मिनट तक
अमृत काल - रात्रि 08 बजकर 39 मिनट से 10 बजकर 13 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 07 बजकर 18 मिनट से 07 बजकर 39 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक
ब्रह्म मुहूर्त - 04 बजकर 13 मिनट से 04 बजकर 54 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 45 मिनट से 03 बजकर 40 मिनट तक
अशुभ समय
राहु काल - सुबह 10 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक
गुलिक काल - सुबह 07 बजकर 21 मिनट से 09 बजकर 08 मिनट तक
दिशा शूल- पश्चिम