MUZAFFARPUR : मुज़फ़्फ़रपुर में एईएस यानी चमकी बुखार से पीड़ित दो और मासूम बच्चों ने दम तोड़ दिया. जिसके साथ ही एईएस में मरने वालों बच्चों के मौत का आंकड़ा सात पर पहुँच गया है. कोरोना के बीच चमकी बुखार का कहर भी तेज हो चुका है. इन दोनों चुनौतियों से मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन जूझ रहा है. अगर आंकड़ों की बात करे तो अभी तक इस वर्ष में अभी तक कुल 40 मामले प्रकाश में आ चुके हैं. जिसमे सात बच्चों की मौत इलाज के दौरान हो चुकी है.
मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन के अनुसार शिवहर से आये बच्चे ने एसकेएमसीएच मेडिकल कालेज अस्पताल पहुँचने से पहले ही दम तोड़ दिया. एईएस से होने वाले इन दोनों मौत की जिला प्रशासन ने भी पुष्टि कर दी है.
गौरतलब है कि पिछले साल डेढ़ सौ से ज्यादा बच्चों की एईएस यानी चमकी बुखार से मौत हुई थी. जिसने सिस्टम और सरकार की पोल खोल दी थी. लेकिन इस बार प्रशासनिक स्तर पर चमकी से बचाव को लेकर कई स्तर पर जागरूकता एव पोषण से जुड़े कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. जिससे इस बार हालात काफी हद तक नियंत्रण में है.
हालाँकि समय के लिहाज से देखे तो चमकी बुखार के सबसे अधिक मामले प्रतिवर्ष जून महीने में ही सामने आते रहे है. इस लिहाज से पूरा जून खत्म होने तक प्रशासनिक सजगता बहुत जरूरी है. वही शिवहर के चमकी बुखार से पीड़ित बच्चे की मौत को लेकर प्रशासनिक जांच भी शुरू हो गई है. जिसमे बच्चें को गंभीर हालत के बीच रेफर करने के कारणों की जांच की जाएगी.
मुजफ्फरपुर से मनोज की रिपोर्ट