PATNA: AIADMK ने NDA से गठबंधन तोड़ दिया है। जिसके बाद से देश की सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा है। विपक्ष का कहना है कि एनडीए गठबंधन धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। वहीं विपक्ष के इस बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने बड़े ही अनोखे अंदाज में पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री ने एक कहावत के जरिए कहा कि,ज्यादा कुछ तो नहीं कहेंगे लेकिन, "छलनी दोसे सूप को जिस में बहत्तर छेद"। दरअसल, जब से ADAIMK ने एनडीए गठबंधन से अलग होने का फैसला लिया है, तब से जदयू और राजद केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावार है। विपक्ष का कहना है कि धीरे धीरे सभी पार्टियां एनडीए का साथ छोड़ देंगी, और एनडीए सत्ता से बाहर हो जाएगी।
विरोध करना विपक्ष का काम: पशुपति पारस ने पलटवार करते हुए कहा कि, जो आदमी खुद कमजोर होता है वह दूसरो को भी बोलता है कि वह कमजोर है। विपक्ष का काम है विरोध करना तो वह करेगी। तेजस्वी यादव जो भी कह रहे हैं, उनको बस इतना ही कहेंगे कि, "छलनी दोसे सूप को जिस में बहत्तर छेद"। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश का विकास हो रहा है। देश की आजादी के बाद अब तक जितनी भी सराकरें आई हैं उनमें से किसी के कार्यकाल में उतना विकास नहीं हुआ है, जितना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में देश ने 10 वर्षों में कर लिया है। दिन प्रतिदिन देश का विकास हो रहा है और आगे भी देश का विकास होगा।
पीएम के नेतृत्व में देश का हो रहा विकास: गौरतलब हो कि, पशुपति पारस पटना में आयोजित रोजगार मेला में शामिल हुए थे। जहां उन्होंने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि पीएम देश के युवाओं को रोजगार देने का कार्य कर रहे हैं। जिसके तहत आज 125 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। यह रोजगार मेला का 9वां संस्करण था। 2022 से ही प्रधानमंत्री के द्वारा रोजगार मेला का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री ने लक्ष्य रखा था कि वह हर साल देश के 10 लाख युवाओं को रोजगार देने का काम करेंगे।
एनडीए सीएम नीतीश का है स्वागत: वहीं केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने सीएम नीतीश के एनडीए में वापस आने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, व्यक्ति बलवान नहीं होता है समय बलवान होता है। समय का इंतजार कीजिए आगे जो होगा वह अच्छा ही होगा।अगर नीतीश कुमार एनडीए में आएंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे। एनडीए में उनका स्वागत है।