NAWADA: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। बावजूद इसके शराब तस्कर धड़ेल्ले से शराब की तस्करी कर रहे हैं। पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी तस्कर शराब की तस्करी कर रहे हैं। इसी कड़ी में नवादा में शराब माफियाओं के खिलाफ महिला पुरुष सहित तमाम लोग वारसलीगंज थाने में पहुंच कर जमकर हंगामा किए।
दरअसल, गांव के लोगों का कहना है कि वारसलीगंज थाना क्षेत्र के विजयनगर मोहल्ले में बड़े पैमाने पर शराब बिक्री और शराब बनाने का काम किया जाता है। लोगों ने कई बार शिकायत की लेकिन पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके कारण सोमवार को आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा थाना का घेराव किया गया है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जिले में दो वर्षों से अवैध रूप से शराब बनने और बेचने का काम किया जाता है। बावजूद इस मामले में पुलिस ने इसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है। बिहार में शराबबंदी की जो हकीकत ग्रामीण ने उसे खोल के रख दिया है। शराब माफिया के हौसले इतने बुलंद है कि वह नल जल योजना के लिए बनाई गई टंकी में शराब छुपा कर रखते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जब वह गांव के लोगों के द्वारा इस मामले में विरोध किया जाता है तो उनके लिए यह महंगा पड़ जाता है। तस्करों के द्वारा उन्हें धमकी भी दी जाती है।
वहीं ग्रामीणों ने इस मामले में थाना का घेराव कर जमकर हंगामा किया है। साथ ही ग्रामीणों ने वार्ड पार्षद के बेटे पर शराब बेचने का आरोप लगाया है। लोगों का आरोप है कि सोमवार को उन्होंने गांव में अवैध शराब बेचने की शिकायत की लेकिन मौके पर पुलिसकर्मी नहीं पहुंचे। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया। वहीं नारेबाजी करते आ रहे लोगों को पुलिस ने गेट पर ही रोक दिया। वहीं महिला सुमित्रा देवी, बबिता देवी, रूबी देवी ने आरोप लगाया कि गांव में तीन वार्ड पार्षद के पुत्र के द्वारा अवैध शराब बेची जा रही है। पुलिस व प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रही हैं। गांव की महिलाओं व अन्य ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।