KHAGARIA : पूर्व सांसद आनंद मोहन के पेशी के दौरान पटना स्थित उनके आवास पर रुकने का मामला अभी थमा भी नहीं थमा है की खगड़िया सर्किट हाउस में उनके रुकने के मामले ने तुल पकड़ लिया है। हालाँकि इसमें कितनी सच्चाई है। इसके लिए खगड़िया डीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं। जांच के लिए एडीएम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम बनाई गयी है, जो पूरे मामले की जांच करेगी।
बताते चलें की कल पटना में पेशी के लिए आये पूर्व सांसद आनंद मोहन अपने पाटलिपुत्र स्थित आवास पर चले गए। जिसके बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। आनन फानन में एडीजी ने सहरसा पुलिस को नोटिस जारी कर दिया। जिसके बाद पूर्व सांसद की सुरक्षा में तैनात 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।
इसी बीच पूर्व सांसद के खगड़िया के सर्किट हाउस में रुकने का तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। हालाँकि NEWS4NATION इस वायरल तस्वीर की पुष्टि नहीं करता है। जिसके बाद खगड़िया प्रशासन में खलबली मच गयी। बताया गया की सर्किट हाउस में कल तीन कमरे राजद विधायक और आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद के नाम पर बुक थे। लेकिन पूर्व सांसद यहाँ आये थे या नहीं इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। इस पूरे मामले की जांच के लिए अब डीएम आलोक रंजन घोष ने आदेश दे दिया है।
बता दें कि गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड मामले में बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। बाद में ऊपरी अदालत ने सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था। इसके बाद आनंद मोहन सहरसा जेल में बंद हैं।
खगड़िया से अनिश की रिपोर्ट