पटना- बिहार में लोकसभा चुनाव में आरोप प्रत्यारोप का दौर चरम पर है. इसी बाच मुख्यमंत्री के बयान से बवाल मच गया है. सीएम नीतीश ने एनडीए समर्थित लोजपा (रामविलास) प्रत्याशी शांभवी चौधरी के समर्थन में समस्तीपुर के कल्याणपुर में आयोजित सभा में किसी का नाम लिए बिना कहा कि गड़बड़ी करनेवालों को चुनाव के बाद मुक्त करेंगे. सीएम ने कहा कि साथ रहकर गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. समस्तीपुर लोकसभा सीट पर जदयू के दो मंत्रियों के पुत्र पुत्री चुनावी मैदान में हैं. मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी जहां चिराग पासवान की पार्टी की पिरत्याशी है. वहीं महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. इस बयान को ना सिर्फ आने वाले पांच चरणों में बल्कि उसके बाद भी बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
नीतीश कुमार ने राजद के शासन काल की याद दिलाते हुए कहा कि शाम में लोग डर के मारे घर से नहीं निकलते थे. जब हमलोगों की सरकार बनी तो माहौल सुधरा. बिहार में विकास के काफी काम हुए. बिहार में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क व बिजली सहित अन्य क्षेत्र में भी काफी काम हुए हैं. उन्होंने कहा कि लड़कियों को पढ़ने के लिए साइकिल योजना शुरू की। इंटर पास करने पर 25 हजार व स्नातक पास करने पर 50 हजार प्रोत्साहन राशि दी जा रही है.
इस दौरान नीतीश कुमार जनता को यह बताने की कोशिश करते दिखे कि भले ही वो राजद के साथ गए थे और लेकिन फिर उन्होंने राजद क्यों छोड़ी और भाजपा के साथ फिर से वापस क्यों आ गए. अपने संबोधन के दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि हम कुछ दिन के लिए राजद के साथ चले गए थे. लेकिन, कुछ दिन बाद ही गड़बड़ करने लगा, जिसकी हमें जानकारी मिल रही थी. तब हमने तय कर लिया कि अब इन लोगो के साथ नहीं रहना है. नीतीश कुमार ने इस बात का भी जिक्र किया कि कैसे सब हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश किया था और बड़ी राशि का प्रलोभन भी दिया था. लेकिन, सफल नहीं हो पाया.
इसके बाद नीतीश कुमार ने जो बोला उसने बिहार के सियासत में हलचल तेज कर दी है. नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे साथ रहकर जितना इधर से उधर किया है, सबका जांच होगा. चुनाव के बाद हम एक-एक मामले की जहां गड़बड़ी हुई है उसकी जांच करवाएंगे. यहां हम लोगों के लिए काम करते हैं, कोई अपने परिवार के लिए करते हैं. लेकिन, उन लोगों को जब मौका मिलता है तो सिर्फ अपने परिवार के लिए काम करता है. नीतीश कुमार के इस बयान के बाद राजनीति तेज हो गई है. वहीं महेस्वर हजारी पर कार्रवाई की तलवार लटकने का कयास लगाया जाने लगा है.