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युवाओं के लिए चिंतित अनुमंडल पदाधिकारी, दारोगा, सिपाही और आर्मी की ऐसे कराते हैं तैयारी

युवाओं के लिए चिंतित अनुमंडल पदाधिकारी, दारोगा, सिपाही और आर्मी की ऐसे कराते हैं तैयारी

SUPAUL : आगे आगे घोड़े पर सवार एसडीएम और उनके पीछे जिले के युवाओं की फ़ौज. ऐसा नजारा आज कल जिले में रोज देखने को मिल रहा है. दरअसल त्रिवेणीगंज के अनुमंडल पदाधिकारी एस. जेड हसन इन दिनों प्रशिक्षक की भूमिका निभा रहे हैं. ड्यूटी के साथ उन्हें अब युवाओं की भी चिंता होने लगी है. साहब दारोगा, सिपाही और आर्मी की तैयारी करने वाले युवाओं को अभ्यास करा रहे हैं. रोज एक सौ से अधिक युवकों को प्रति दिन एसडीएम अहले सुबह 15- 20 किमी अपने घोड़े के पीछे दौड़ा कर अभ्यास कराते दिखे. 

एसडीएम के घोड़ा की पीछे दौड़ रहे युवकों में भी काफी उत्साह देखा जाता है. एसडीएम ने युवकों में पढाई, जोश, जज़्बा पैदा कराने के लिए सुझाव भी देते हैं. बता दें कि घुड़सवारी के शौक़ीन एसडीएम अपने वफादार घोड़े सुल्तान पर सवार हो कर शारीरिक परीक्षा की तैयारी को लेकर परीक्षा में जुटे युवकों को साथ लेकर प्रति दिन 15- 20 किमी की दौड़  कराते हैं. एसडीएम कड़ाके की ठंड के बावजूद युवकों का होसला अफजाई करने मे लगे है. एसडीएम एस जेड हसन का मानना है कि युवा पीढ़ी भटके नहीं, यूथ को सही जगह लाए. ताकि युवा गलत काम नहीं कर सके.  

उन्होंने कहा की खासकर युवाओं को खड़ा करने और सक्षम बनाने के लिए पढाई के साथ खेल में भी भाग्य आजमाना चाहिये. एसडीएम ने कहा कि पुलिस भर्ती के लिए युवक दिन रात कड़ी मेहनत करते हैं. दौड़ कराने के अभ्यास में युवकों का मेहनत लगती है. उनका शरीर भी काफी मजबूत होता है. वे प्रतियोगिता परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सके. तय समय के अंतर से पिछड़ने वाले युवक मायूस होकर वापस न लौटे. इसके लिए विशेषकर उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है. इतना ही नहीं एसडीएम दौड़ में शामिल सभी युवकों को दौड़ करने के बाद उन सबको जूस पिलाकर शाबासी देते हैं. 

एसडीएम की ओर से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर मैराथन दौड़ का आयोजन किया था. जिसमें स्वयं अपनी अभिरुचि लेकर जदिया से त्रिवेणीगंज प्रखंड मुख्यालय तक 11 किमी की मैराथन दौड़  प्रतियोगिता कराई थी. जिसमें एक हजार से लेकर पांच हजार तक इनाम, ट्रैक सूट व प्रमाण पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया. 

सुपौल से पप्पू आलम की रिपोर्ट

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