हिंदू धर्म के अनुसार सोमवार को देवाता भगवान शिव और चंद्रदेव की पूजा की जाती है। सनातन धर्म में सोमवार का दिन महादेव और मां पार्वती को प्रसन्न करने के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन महादेव की उपासना शुभ मुहूर्त मे करनी चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि पूजा करने से साधक के विवाह में आ रही रुकावट से मुक्ति मिलती है। इस दिन सुबह 7:30 से 9:00 बजे तक राहु काल रहता है। आओ जानते हैं कि इस दिन का क्या महत्व है और इस दिन कौनसा मंत्र जपें और पूजा कैसे करें।
इस दिन चंद्र दोष को ठीक किया जा सकता है। चंद्र ग्रह हमारे मन और माता का प्रतीक है। इसके उपाय से और ज्योनि शांति, सेहत और समृद्धि की प्राप्त होती है। सोमवार की प्रकृति सम है। सोमवार का दिन शिवजी और चंद्रदेव का दिन है। सोमवार के दिन उन लोगों को उपवास रखना चाहिए जिनका स्वभाव ज्यादा उग्र है। इससे उनकी उग्रता में कमी होगी।
सुबह जल्दी उठें और स्नान करके धुले कपड़े पहनकर भगवान शिव की पूजा करें। पूजा स्थान की साफ-सफाई करने के बाद गंगाजल का छिड़काव करें। शिवलिंग पर जल और दूध का अभिषक करें। इसके बाद भगवान शिव और शिवलिंग को चंदन का तिलक लगाएं। फिर सुपारी, पंचामृत, नारियल, बेल पत्र, धतूरा, फल, फूल आदि अर्पित करें। इसके बाद दीपक जलाएं और भगवान शिव और चंद्रदेव का ध्यान लगाएं। अंत में शिव चालीसा का पाठ करके शिवजी की आरती करें और फिर सोमवार की आरती करें। सिर पर भस्म का तिलक लगाएं।
सोमवार को निवेश करना अच्छा माना गया है। यदि आप सोना, चांदी या शेयर में निवेश करने की सोच रहे हैं तो सोमवार को चुनें। दक्षिण, पश्चिम और वायव्य दिशा में यात्रा कर सकते हैं। इस दिन गृह निर्माण का शुभारंभ कर सकते हैं। शपथ ग्रहण, राज्याभिषेक या नौकरी ज्वॉइन करने के लिए शुभ दिन। कृषि कार्य या लेखन कार्य का शुभारंभ करना उचित है। दूध और घी का क्रय-विक्रय कर सकते हैं। सोमवार के दिन किसी साधना की शुरुआत करना चाहिए। इस दिन शक्कर का त्याग कर दें। चन्द्रमा कष्ट दे रहा हो तो रात को दूध या पानी से भरा बर्तन सिरहाने रखकर सो जाएं और सुबह पीपल के पेड़ में डाल हैं।