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UP NEWS: CBI ने SDI समेत तीन डाक कर्मियों को रिश्वत लेते रंगेहाथ किया गिरफ्तार

UP NEWS: CBI ने SDI समेत तीन डाक कर्मियों को रिश्वत लेते रंगेहाथ किया गिरफ्तार

लखनऊ: सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) ने बुधवार को प्रधान डाकघर में छापेमारी कर नियुक्ति पत्र देने के बदले 7,500 रुपये की घूस लेने के आरोप में तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में प्रवर डाक अधीक्षक कार्यालय के वेस्ट सब डिवीजन कार्यालय के एसडीआइ रमेश कुमार टुडू, कार्यालय सहायक अच्छेलाल और ओवरसियर बृजेश पांडेय शामिल हैं। इन तीनों आरोपितों को लखनऊ लाया गया है, जहां उन्हें भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट नंबर-2 में पेश किया जाएगा।


क्या था मामला?

तहसील निजामाबाद के बीबीपुर कदीम निवासी रोहन गुप्ता ने दो महीने पहले ग्रामीण डाक सेवक (एबीपीएम) पद के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। उनका चयन रसूलपुर नंदलाल शाखा में हुआ था। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद जब रोहन डाकघर पहुंचे, तो उन्हें नियुक्ति पत्र देने के बदले 25,000 रुपये की रिश्वत की मांग की गई। बातचीत के दौरान घूस की रकम घटाकर 10,000 रुपये करने की पेशकश की गई, और अंत में दोनों पक्ष 7,500 रुपये पर सहमत हो गए।


सीबीआई की कार्रवाई

रोहन गुप्ता ने इस मामले की शिकायत लखनऊ में सीबीआई के एसपी से की। सीबीआई ने तुरंत कार्रवाई करते हुए डाकघर में छापेमारी की और आरोपित कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। यह कार्रवाई इतनी गोपनीय थी कि जिला पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। सीबीआई की टीम ने 7,500 रुपये की रिश्वत लेते हुए कार्यालय सहायक को गिरफ्तार किया, और जांच के दौरान आरोपितों ने अपनी गलती को स्वीकार किया।


अदालत में पेशी

गिरफ्तार किए गए तीनों कर्मचारियों को अब विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट नंबर-2, लखनऊ में पेश किया जाएगा। सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपितों ने पहले रोहन गुप्ता से 25,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी, लेकिन बाद में यह रकम 7,500 रुपये तक सीमित हो गई। गिरफ्तार कर्मचारियों ने इस पूरी प्रक्रिया में अपनी मिलीभगत को स्वीकार किया।


सीबीआई की कार्रवाई से मिली राहत

इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि सीबीआई भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम उठा रही है और सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए इस तरह की घूसखोरी के मामलों पर कड़ी नजर रख रही है। यह कदम सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश देता है और यह भी दर्शाता है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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