Murder : पिता और पुत्र ने मिलकर अपने ही परिवार की पांच महिला सदस्यों की निर्मम हत्या कर दी. इसमें पिता ने अपनी पत्नी और 4 बेटियों को मौत के घाट उतार दिया. मरने वालों में बेटियों की उम्र 9 से 19 वर्ष के बीच है. वहीं घटना के बाद हत्यारोपी बेटे को गिरफ्तार किया गया है जबकि पिता फरार है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुई इस घटना में पीड़ितों को पहले नशीला पदार्थ खिलाया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई. पुलिस ने आरोपी अरशद (24) गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं उसका पिता फरार बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि ये परिवार आगरा जिले के कुबेरपुर का रहने वाला है. आगरा के टेड़ी बगिया क्षेत्र के इस्लाम नगर के रहने वाले हैं.
लड़कियों को बेचने वालों से आया तंग
हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी ने एक वीडियो बनाया है. वीडियो में उसने बस्ती के लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने कहा कि मेरा नाम असद है. हम बदायूं के रहने वाले हैं. हम पर आरोप लगाते हैं कि बंग्लादेशी हैं. बदायूं में रहने वाली हमारी ताई के पास सबकुछ मिल जाएगा. वीडियो में वह कहता है कि बस्ती के कुछ लोग हमारे परिवार पर जुल्म ढा रहे थे. कुछ लोग हैं जो लड़कियों को बेचते हैं. इन लोगों का प्लान था कि हम लोगों को जेल पहुंचाकर हमारी बहनों को बेचेंगे. हम ये नहीं चाहते थे.
वह आगे कहता है कि बस्ती वालों के कारण ही हमने यह कदम उठाया है. बस्तीवालों ने हम पर कितने-कितने जुल्म किए हैं. हमने आवाज उठाई तो हमारी किसी ने नहीं सुनी. 10-15 दिन हो गए, सर्दी में भटकते हुए. योगी जी से ये निवेदन है कि इन जैसे मुसलमानों को नहीं छोड़ें, पूरी बस्ती मौत की जिम्मेदार है.
धर्म परिवर्तन करना चाहता था
वीडियो में असद कह रहा है कि लड़कियों को बेचने की साजिश रचने वाले और मौत के जिम्मेदार रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम खान, ड्राइवर, अहमद, अजहर और उसके और रिश्तेदार हैं. वह कह रहा है कि उसने पुलिस से मदद मांगी, नेताओं से मदद मांगी, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया. हम लोग बस्ती वालों से तंग आकर धर्म परिवर्तन करना चाहते थे. लेकिन किसी ने हमारी मदद नहीं की. उसने आगे कहा कि न जाने कितने गरीब लोगों की बेटियां इन लोगों ने उठाकर बेच दीं. बस्ती वालों ने चौकी अपने हाथ में ले रखी है. पुलिसकर्मियों को पैसा देकर बच जाते हैं.
पीएम मोदी, सीएम योगी से अपील
वह कहता है कि आज मेरी सारी बहनें मर रही हैं. मैं भी मर जाऊंगा.आपकी मर्जी है कि जलाओ या दफनाओ. हमारी हिंदुओं ने भी मदद नहीं की. हाथ जोड़कर विनती है, इंसाफ दिलाओ. वह कहता है कि पीएम मोदी, सीएम योगी जी...हर मुसलमान एकसा नहीं होता है. हिंदुस्तान के अंदर फिर किसी परिवार को ऐसा नहीं करना पड़े. जीते जी नहीं तो मरने के बाद इंसाफ दे दीजिए.