लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इस समय कड़ाके की ठंड ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रखा है। दिन के समय हल्की धूप निकलने के बावजूद तेज पछुआ हवाओं के कारण ठंड का असर कम नहीं हो रहा है। इस बीच, मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम के बदलाव की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, 22 और 23 जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी की संभावना भी जताई गई है। इससे मैदानी इलाकों में ठंड और बढ़ सकती है। हालांकि, बारिश का यह दौर न्यूनतम तापमान में थोड़ी वृद्धि कर सकता है। उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में इन दिनों तापमान 6 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।
उत्तर प्रदेश में भी ठंड का असर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 22 जनवरी तक लखनऊ का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री तक पहुंच सकता है। कानपुर में भी तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है, जहां न्यूनतम तापमान 11 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। वहीं, इटावा में शुक्रवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने 19 से 21 जनवरी तक उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सुबह और रात के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना व्यक्त की है। घने कोहरे के कारण सड़क यातायात बाधित हुआ है। लखनऊ और आसपास के इलाकों में दृश्यता की कमी ने सुबह के समय यात्रियों को मुश्किल में डाला। कई रेलगाड़ियां घंटों देरी से चलीं। ठंडी हवाओं और दृश्यता में कमी ने यात्रा को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
ठंड और कोहरे के मद्देनजर मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। यात्रा के दौरान कोहरे के कारण सावधानी बरतें। गर्म कपड़ों का उपयोग करें और विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों का ख्याल रखें। पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। बारिश और ठंडी हवाओं के कारण ठंड के और बढ़ने की संभावना है। कोहरे के कारण यातायात पर असर पड़ सकता है, इसलिए सुरक्षित यात्रा और सतर्कता बनाए रखना बेहद जरूरी है।