प्रधानमंत्री देंगे इस्तीफा, इस वजह से लिया यह फैसला, आया सियासी भूचाल
प्रधानमंत्री ने बड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। पीएम के इस्तीफे देने के फैसले ने सियासी भूचाल ला दी है। पीएम ने अपनी पार्टी को विभाजन से बचाने के लिए यह फैसला लिया है।

प्रधानमंत्री ने एक अहम फैसला लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही है। बताया जा रहा है कि पार्टी के टूटने के डर से प्रधानमंत्री ने इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। इस फैसले के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि पीएम ने हाल ही में प्रधानमंत्री पद संभाला था लेकिन उनकी सरकार नहीं चल पाई और अब उन्होंने इस्तीफा देने का निर्णय ले लिया है।
पार्टी बचाने की कोशिश
दरअसल, यह मामला जापान का है। जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उन्होंने यह कदम सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) में बढ़ते असंतोष और संभावित विभाजन से बचने के लिए उठाया।
क्यों इशिबा ने लिया इस्तीफे का फैसला?
68 वर्षीय इशिबा ने पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री पद संभाला था। लेकिन महज एक साल के भीतर ही उनकी सरकार दोनों सदनों में बहुमत खो बैठी। जुलाई में हुए चुनाव में एलडीपी-नेतृत्व वाला गठबंधन 248 सदस्यीय उच्च सदन में बहुमत हासिल करने में नाकाम रहा। इसके बाद से ही इशिबा पर पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेने का दबाव बढ़ गया था।
एक महीने से कर रहे विरोध का सामना
पिछले एक महीने से इशिबा अपनी ही पार्टी के भीतर विरोध का सामना कर रहे थे, खासकर दक्षिणपंथी गुट लगातार उनके खिलाफ खड़े थे। सोमवार को एलडीपी की बैठक में नए नेतृत्व के चुनाव पर फैसला होना था। ऐसे में इस्तीफा देकर इशिबा ने अपने खिलाफ संभावित अविश्वास प्रस्ताव की स्थिति से बचने की कोशिश करेंगे।
इस्तीफे से पहले बढ़ा दबाव
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार रात जापान के कृषि मंत्री और एक पूर्व प्रधानमंत्री ने इशिबा से मुलाकात कर उन्हें स्वेच्छा से पद छोड़ने की सलाह दी। वहीं, पार्टी के नंबर दो नेता हिरोशी मोरियामा समेत चार वरिष्ठ नेताओं ने भी हाल ही में इस्तीफा पेश कर दिया था। गौरतलब है कि बीते हफ्ते ही इशिबा सरकार ने अमेरिका के साथ एक बड़ा व्यापार समझौता अंतिम रूप दिया था, लेकिन राजनीतिक अस्थिरता के बीच अब उनकी विदाई तय हो गई है।