Nagpur Violence: जल उठा नागपुर! औरंगजेब विवाद ने लिया हिंसक रूप, पुलिस पर पथराव, आगजनी और कुल्हाड़ी से हमला

Nagpur Violence: औरंगजेब की कब्र विवाद को लेकर नागपुर में हिंसा भड़क उठी, पथराव, आगजनी और पुलिस पर हमला हुआ। मामले में कार्रवाई करते हुए 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया और धारा 144 लगा दी गई।

Nagpur Violence

महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की मजार विवाद ने सोमवार शाम को हिंसक रूप ले लिया। महल इलाके में दो गुटों के बीच पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं। हालात इतने बिगड़ गए कि भीड़ ने पुलिस टीम पर भी हमला कर दिया। इस हिंसा में डिप्टी कमिश्नर निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया, जिससे उनके हाथ में गंभीर चोटें आईं। इसके अलावा 8 से 10 पुलिसकर्मी और 4 दमकलकर्मी भी घायल हुए हैं। पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया और अब तक 30 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।



कैसे भड़की हिंसा?

सोमवार शाम को महल इलाके में दो गुटों के बीच तनाव बढ़ गया। मामला इतना हिंसक हो गया कि पथराव और आगजनी शुरू हो गई। भीड़ ने घरों, दुकानों और वाहनों को निशाना बनाया और तोड़फोड़ और आगजनी की। इस दौरान पुलिस पर भी हमला किया गया और डिप्टी कमिश्नर निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया, जिससे उनके हाथ में गंभीर चोटें आईं।



भाजपा विधायक का बड़ा दावा

नागपुर सेंट्रल से भाजपा विधायक प्रवीण दटके ने दावा किया है कि इस हिंसा में बाहरी उपद्रवी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग रात में घरों और वाहनों में आग लगाने आए थे। दटके ने कहा, "सुबह पुलिस ने प्रदर्शन को शांत करा दिया था, लेकिन रात होते-होते माहौल फिर बिगड़ गया। महल परिसर और अन्य इलाकों में पत्थरबाजी और आगजनी की गई। यहां तक कि दमकल कर्मियों को भी निशाना बनाया गया। ये लोग योजनाबद्ध तरीके से आम लोगों के घरों को निशाना बना रहे थे।"



हिंसा के चश्मदीद ने बताई कहानी

हिंसा के दौरान हंसरपुरी इलाके में मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि कुछ नकाबपोश लोग आए थे, जिनके हाथ में धारदार हथियार और बोतलें थीं। उन्होंने इलाके में उत्पात मचाया, दुकानों में तोड़फोड़ की और वाहनों में आग लगा दी। चश्मदीद के मुताबिक उपद्रवियों ने पूरी साजिश के तहत माहौल खराब करने की कोशिश की।



पुलिस ने मोर्चा संभाला, धारा 144 लागू

नागपुर पुलिस कमिश्नर रवींद्र सिंघल ने नागरिकों को भरोसा दिलाया कि अब स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा, "फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है, लेकिन एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी गई है। हमने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से अपने घरों से बाहर न निकलें और अफवाहों पर ध्यान न दें। अब तक 30 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है और तलाशी अभियान जारी है।"



कर्फ्यू जैसा माहौल, पुलिस अलर्ट पर

इस हिंसा के बाद नागपुर में तनाव का माहौल है। महल इलाके समेत संवेदनशील इलाकों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कर्फ्यू जैसी सख्ती लागू कर दी है। पुलिस कमिश्नर ने साफ कर दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Editor's Picks