NEWS4NATION EXCLUSIVE - दही गोप को कुख्यात सुपारी किलर ने उतारा था मौत के घाट, मर्डर के पीछे क्या था प्लान, जानिए उसकी पूरी कुंडली
DAHI GOP MURDER - दानापुर के पेठिया बाजार में रणजीत राय उर्फ दही गोप समेत गोरख राय हत्याकांड पर से अब धीरे धीरे ही सही पर पर्दा हटता जा रहा है। लगभग एक महीने की जांच के बाद अब तस्वीर साफ हो गई है कि दही गोप की हत्या किसने और क्यों की थी।
PATNA - राजधानी पटना से सटे दानापुर के पेठिया बाजार में शनिवार 21 दिसम्बर 2024 को गोलियों से भून दिए गए पूर्व पार्षद और छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सह BJP के सक्रिय कार्यकर्ता रणजीत कुमार उर्फ दही गोप और गोरख राय काण्ड पुलिस को अहम कामयाबी मिली है। लगभग एक महीने से ज्यादा के छानबीन के बाद पुलिस ने दो लाइनरों को गिरफ्तार किया गया जिनकी पहचान अंकित कुमार गुप्ता और अंकित राजपूत के तौर हुई । दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ में इनके द्वार हत्याकांड में शामिल तीन नामो का खुलासा हुआ है। ये नाम है जेनरेटर उर्फ राहुल, सोनू और शुभम उर्फ चड्ढा।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हत्या की साजिश दानापुर के राहुल उर्फ जेनरेटर ने रची थी। कथित तौर पर राहुल को शक था कि उसके पिता की हत्या दही गोप ने कराई थी। इसके लिए शूटरों मनेर निवासी सोनू और दानापुर के कुख्यात शुभम उर्फ चड्डा से सम्पर्क किया और फिर लाइनरों की मदद से इस डबल मर्डर काण्ड को अंजाम दिलवाया।
इसी बीच पुलिस से जुड़े सूत्रों का दावा है कि दानापुर एएसपी के नेतृत्व गठित एसआईटी ने राहुल उर्फ जेनेरेटर और कुख्यात शुभम उर्फ चड्ढा को धर दबोचा है। गिरफ्तार दोनों से पुछताछ कर मनेर के सोनू और कांड में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी की कवायद में जुटी है। सभी की गिरफ़्तारी के बाद पटना पुलिस जल्द ही काण्ड का पर्दाफाश करेगी।
कौन है सुपारी किलर शुभम उर्फ चड्ढा?
शुभम उर्फ चड्ढा ने सुपारी लेकर अपने साथी सोनू संग पेठिया बाज़ार स्थित घर के नजदीक ही पूर्व पार्षद और छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष को गोलियों से भुन दिया था। शुभम और इसका गैग कितना दुस्साहसी और खतरनाक है इसको समझाने खातिर आपको अतीते के पन्ने पलटने होंगे। दानापुर कोर्ट में एक कैदी की पेशी के दौरान हमले की तैयारी थी। इसके लिए शुभम उर्फ चड्ढा गैंग ने साजिश रची थी। बमों के जखीरे और 10 पिस्टल, कई राउंड गोलियां के साथ बेहद खतरनाक तैयारी थी।
मख्खना गैंग के अपराधी के बेऊर जेल से छुड़ाने की थी प्लानिंग
दरअसल बेऊर जेल में बंद मखना गैंग के अपराधी विक्की उर्फ विवेक को छुड़ाने की तैयारी थी। इसके लिए चड्ढा ने जिम्मा लिया था। लेकिन पटना पुलिस को इसकी भनक लग गयी और पुलिस ने इस गैंग को कांड से एन पहले दबोच लिया।पुलिस ने साजिश को विफल कर दिया और सरगना समेत सभी को गिरफ्तार कर लिया था। पकड़े गये अपराधियों में शुभम उर्फ चड्ढा, राहुल कुमार, धमेंद्र कुमार, राहुल राज शामिल थे।दरअसल चड्ढा गैंग फतुहा से लेकर बिहटा, दानापुर तक सक्रिय रहा है।यह गैंग हाईवे पर लूट व हत्या की घटना को अंजाम देता है।
सुपारी लेकर हत्या और लुट की वारदात है पेशा
आज से लगभग साढ़े छह साल पहले सितम्बर 2018 में गिरफ्तारी के वक्त पुलिस कि पूछताछ में गैंग के सरगना शुभम उर्फ चड्ढा ने मखना के शूटर के तौर पर कई कांडों को अंजाम देने की बात स्वीकार की थी बल्कि हत्या की सुपारी लेकर हत्या करने की बात स्वीकार की थी। साथ 2018 वर्ष में पिछले दिनों रूपसपुर में सुक्खु नाम के व्यक्ति की हत्या हुई थी। चड्ढा ने अपने गैंग के साथ इस घटना में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया था।इसके अलावा अन्य हत्याकांडों को भी अंजाम देने की बात स्वीकारा था।पुलिस ने इनकी निशानदेही पर हाईवे से लूटी गयीं पांच बाइकें भी बरामद की थी।
पेठिया बाज़ार में ताबड़तोड़ फायरिंग कर मचाया था कोहराम
यही नहीं शुभम उर्फ चड्ढा ने अपना वर्चस्व स्थापित करने खातिर आपसी विवाद को लेकर बाइक से जा रहे कुख्यात रौशन उर्फ मछिया पर मछुआटोली के निकट खदेड़ कर फायरिंग की थी। पर रौशन किसी तरह बच निकला और भाग कर थाने पहुंच गया था जिससे उसकी जान बच गई थी। तब रौशन ने बताया था कि वह घर से कही जा रहा था। इसी दौरान मछुआटोली पहुंचते ही शुभम उर्फ चड्ढा, विवेक कुमार, संतोष उर्फ बकरिया, पिंटू कुमार उर्फ नुनु, राहुल तथा अन्य ने घेर लिया और उसे निशाना बना गोली चलाने लगे। पर वह भीड़ में छुपते हुए उनसे बचकर भागा। रौशन के बच निकलने के बाद अपनी दहशत कायम करने की नियता से चड्ढा और इसके साथियों ने तब अपराधियों ने झुनझुनवाला रोड और पेठिया बाजार में भी ताबड़तोड़ कई राउंड फायरिंग कोहराम मचा दिया था। गोलियों की तड़तडाहट से पेठिया बाजार में अफरा तफरी मच गई। दुकानदार अपनी दुकानें छोड़ कर भागने लगे थे।
REPORT - KULDEEP BHARDWAJ