BIHAR CRIME - मुखिया ने आवास सहायक को कमरे में बंद कर लाठी से पीटा, इंदिरा आवास का सर्वेक्षण नहीं करने की दी थी धमकी

पंचायत में इंदिरा आवास का सर्वे करने पहुंचे आवास सहायक की मुखिया ने बेरहमी से पिटाई कर दी। बताया गया कि मुखिया ने सर्वेक्षण करने से मना किया था. नहीं मानने पर उसकी पिटाई कर दी। घायल आवास सहायक को गंभीर चोटें आई है।

मुखिया ने की आवास सहायक की पिटाई- फोटो : अमन सिन्हा

NAWADA - नवादा जिले के मेसकौर प्रखंड के शाहबाजपुर सराय पंचायत के गांधीनगर में मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है। यहां पंचायत के आवास सहायक के साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। 

मुखिया ने की पिटाई

पीड़ित आवास सहायक प्रवीण कुमार ने आवेदन में कहा है कि वह 14 जनवरी को इंदिरा आवास का सर्वेक्षण करने गया था, इसी दौरान गांधीनगर में मुखिया राकेश कुमार ने कहा कि तुम्हें इंदिरा आवास का सर्वेक्षण नहीं करना है। इसी दौरान गले में मफलर लगाकर जान से मारने की कोशिश की गई। इसी दौरान मुखिया के अन्य समर्थकों ने कमरे को बंद कर दिया और कपड़े उतरवाकर लाठी, बेल्ट और मुक्कों से मारपीट कर जख्मी कर दिया। 

उनके शरीर पर जख्म के कई निशान स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। इस दौरान उसके मोबाइल फोन को भी तोड़ दिया गया और धमकी दी गई कि अगर सर्वे किया तो और भी अंजाम बुरा होगा। 

भागकर बचाई अपनी जान

किसी तरह वह वहां से अपनी जान बचाकर आया और सीतामढ़ी थाने को इस घटना की सूचना दी।जहां उनका पहले स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज किया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए नवादा रेफर कर दिया। फिलहाल, आवास सहायक का नवादा सदर अस्पताल में इलाज जारी है। 

मुखिया ने किया इनकार

इस घटना के बाद, शाहबाजपुर सराय के मुखिया राकेश कुमार ने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके द्वारा कोई मारपीट की घटना को अंजाम नहीं दिया गया है। 

आवास सहायक ने लिया पैसा

साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि प्रवीण कुमार द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से गलत हैं। आवास दिलाने के नाम पर कई लोगों से प्रवीण कुमार ने पैसा लिया है और इसी को लेकर ग्रामीण लोगों से विवाद हुआ है, यह जानकारी हमें प्राप्त हुई है और ग्रामीण लोगों से ही मारपीट हुई है। मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाया जा रहा है, यह बिल्कुल ही गलत और बेबुनियाद आरोप हैं।

रिपोर्ट - अमन सिन्हा