Bihar Assembly election 2025: विधानसभा चुनाव के पहले नीतीश को लगा बड़ा झटका! इस मुस्लिम नेता ने छोड़ा JDU का साथ, थामा तेजस्वी का हाथ

Bihar Assembly election 2025: जेडीयू के पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने वक्फ कानून पर नाराज़गी जताते हुए इस्तीफा दिया और राजद में शामिल हो गए। तेजस्वी यादव ने एनआरसी और नीतीश कुमार पर निशाना साधा। जानिए किशनगंज की राजनीति में क्या बदला।

RJD में शामिल हुए मुजाहिद आलम- फोटो : social media

Bihar Assembly election 2025: बिहार के सीमांचल क्षेत्र से जेडीयू के पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने हाल ही में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में अपनी पार्टी से इस्तीफा देकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का दामन थाम लिया। सोमवार को किशनगंज में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

इस कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने उन्हें सदस्यता दिलाई और स्पष्ट किया कि पार्टी का रुख अल्पसंख्यकों, दलितों और वंचित वर्गों के पक्ष में रहेगा। कार्यक्रम में विधायक इजहार अस्फी, हज़ारों समर्थक, और पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष नुदरत महजबी भी शामिल रहीं, जिन्होंने भी जनसुराज छोड़कर आरजेडी की सदस्यता ली।

तेजस्वी यादव का वादा: “वक्फ कानून फाड़ देंगे, एनआरसी नहीं लागू होने देंगे”

तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में दो बड़े वादे किए जो सीमांचल की सियासत को बदल सकते हैं। पहला उन्होंने एनआरसी लागू नह होने देने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी तो राज्य में कभी भी एनआरसी लागू नहीं होने दिया जाएगा। दूसरा वक्फ कानून हटाने की चेतावनी देते हुए कहा कि हम वक्फ कानून को फाड़ देंगे, क्योंकि यह अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला है। तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाया कि मतदाता पुनरीक्षण के नाम पर दलितों और मुसलमानों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि राजद इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।

सीमांचल की सियासत

तेजस्वी यादव ने इस कार्यक्रम में खास तौर पर सीमांचल के सुरजापुरी और शेरशाहवादी समुदायों का ज़िक्र किया और कहा कि इन समुदायों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नज़र है, लेकिन हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे। यह स्पष्ट संकेत है कि राजद अब सीमांचल में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को रोकने की रणनीति के तहत आगे बढ़ रहा है।

नीतीश कुमार पर हमला बूढ़ी गाड़ी अब नहीं चलेगी

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 15 साल पुरानी गाड़ी पर अब कोई नहीं चढ़ेगा। नीतीश अब बूढ़े हो चुके हैं और बिहार उनसे नहीं संभल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि मुफ्त बिजली योजना की उनकी घोषणा की जेडीयू ने नकल की है।हमने 200 यूनिट फ्री बिजली देने की बात की थी, नीतीश ने 125 यूनिट की घोषणा कर दी। तेजस्वी का यह हमला सीधे तौर पर नीतीश सरकार की लोकप्रियता और प्रशासनिक विफलताओं को घेरता है।

मुजाहिद आलम का बयान समर्थकों की मांग पर लिया फैसला

आरजेडी में शामिल होने के बाद मुजाहिद आलम ने कहा कि नीतीश कुमार की नीतियों से मैं सहमत नहीं था। मेरे समर्थकों की मांग थी कि मैं राजद में शामिल हो जाऊं, इसलिए मैंने यह कदम उठाया है।उनके इस बयान से यह साफ होता है कि केवल वैचारिक मतभेद ही नहीं, बल्कि जनाधार का दबाव भी इस फैसले के पीछे था।

सीमांचल में आरजेडी की स्थिति हुई मजबूत

किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया जैसे जिलों में जहां मुस्लिम आबादी अधिक है, वहां वक्फ कानून और एनआरसी जैसे मुद्दे आरजेडी के पक्ष में माहौल बना सकते हैं। मुजाहिद आलम, इजहार अस्फी और नुदरत महजबी जैसे नेताओं का एक साथ आरजेडी में आना, सीमांचल में जेडीयू के लिए एक बड़ा झटका है।