anti human trafficking day - नारकोटिक्स के बाद दुनिया में मानव तस्करी सबसे बड़ा अपराध, लेकिन लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते, पटना में बोले डीजीपी, पीड़ितों ने बताई अपनी कहानी

anti human trafficking day - दुनिया में नारकोटिक्स के बाद सबसे बड़ा अपराध मानव तस्करी का है। जिसमे कई लोगों को दूसरे जगह बेच दिया जाता है। लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा।

Patna -  आज के दिन विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है इस मौके पर बिहार पुलिस मुख्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित की गई कार्यक्रम की शुरुआत DGP विनय कुमार ने की। कार्यक्रम  के दौरान DGP ने बड़े बेबाकी के साथ इस बात को स्वीकार किया और कहा कि मानव व्यापार नार्कोटिक्स के बाद दूसरा सबसे बड़ा अवैध व्यापार है। जिससे इस अवैध कारोबार से जुड़े लोग अकूत पैसा कमा रहे हैं, लेकिन यह बात भी सच है कि हमारी प्राथमिकता में मानव व्यापार उतनी प्राथमिकता नहीं रखती जितनी की दूसरे अपराध है। 

उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में तस्कर अपने ही देश के बच्चों की तस्करी कर चाइना, नेपाल के तस्करों के हाथों बेच दे रहे है। और उन्ही बच्चों का इस्तेमाल इंडो चाइना बॉर्डर पर साइबर अपराधी के रूप में चाइना के द्वारा किया जा रहा है। 

बच्ची में सुनाई अपनी आपबीती

वहीं इस दौरान मौके पर मौजूद तस्करों से मुक्त हुई एक बच्ची ने बड़ी दिलेरी के साथ अपनी आपबीती बताते हुए कहीं की कैसे एक महिला ने उसे बहलाकर दूसरी महिला के हाथों बेच दी और फिर उससे जबरन देह व्यापार करवाया जा रहा था। एक दिन में दस से पंद्रह लोग उसके शरीर के साथ खिलवाड़ कर अपनी हवस की भूख मिटाते थे। जब वह इसका विरोध करती तो उसके साथ मारपिटाई की जाती।

ईंट भट्टे में बेच दिया

 इधर इस दौरान मौके पर मौजूद एक युवक ने बताया कि उसकी तस्करी करने के बाद एक तस्कर औरंगाबाद के एक ईट भट्टे के संचालक के हाथों बेच दिया था ईंट भट्टे का मालिक उससे लगातार काम करवाता और सप्ताह में दो सौ रुपये दिया करता था। जब वह यहाँ से भागने का प्रयास करता तब भट्ठा मालिक पूरे ग्राउंड को तार से बांध कर उसमें करंट दौड़ा देता … 

काफ़ी कोशिश के बाद NGO और पुलिस की मदद से ये लोग आजाद हुए और अब अपने जैसे तस्करी के शिकार बच्चे बच्चियों को तस्करों के चंगुल से मुक्त करवाने की अपील DGP से कर रहे है। 

पटना से अनिल की रिपोर्ट