'गंगा किनारे डांस करने से कोई मुख्यमंत्री नहीं बन जाता', तेजस्वी पर भड़के उपेंद्र कुशवाहा, परिसीमन पर बड़ी मांग
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि वे पद की नहीं सामाजिक परिवर्तन और सुधार की बात करते हैं. “संवैधानिक अधिकार- परिसीमन सुधार महारैली” में उन्होंने कई बड़े ऐलान किये.
Upendra Kushwaha : राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने शुक्रवार को पटना के मिलर हाइस्कूल के मैदान में पार्टी की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय “संवैधानिक अधिकार- परिसीमन सुधार महारैली” के माध्यम से इस महाअभियान के लिए विक्रमगंज, मुजफ्फरपुर और गयाजी के बाद आज पटना से चौथी बार शंखनाथ किया। इस महारैली में पूरे बिहार के 38 जिलों से हजारों हजार की संख्या में कार्यकर्ताओं का समागम हुआ।
कुशवाहा ने कहा कि मीडिया के लोग बार बार सवाल कर रहे थे कि यह महारैली क्या शक्ति प्रदर्शन के लिए आयोजित हो रही है। मैं उनको इस ऐतिहासिक अवसर पर बताना चाहता हूँ कि उपेन्द्र कुशवाहा को यदि पटना में शक्ति प्रदर्शन की जरूरत होती तो गांधी मैदान छोटा पड़ जाता। इस महारैली का आगामी विधानसभा चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। उपेन्द्र कुशवाहा के सम्मान की रक्षा तो प्रदेश की जनता स्वयं करती है । पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान उपेन्द्र कुशवाहा के चाहने वालों ने अपने आप मेरे सम्मान की रक्षा की थी ये किसी को भूलना नहीं चाहिए। जगदेव बाबू की अचानक हुई हत्या के बाद अचानक उनकी राजनीतिक विरासत को कौन आगे बढ़ाए यह सवाल खड़ा हुआ था। आज एक बार फिर मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि वर्तमान में भी जगदेव बाबू की विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उसी शोषित समाज के किसी व्यक्ति के हाथों में रहनी चाहिए जिसके लिए उन्होंने अपनी शहादत दी थी।
उन्होंने कहा कि मैने हमेशा जनहित के मुद्दों को उठाया है। बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए हमने 25 सूत्री मांग की थी, मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विशेष आभार व्यक्त करता हूँ कि उसमें से अधिकांश मांग पूरी हो चुकी है। पिछले दिनों वाल्मिकीनगर में आयोजित पार्टी राजनीतिक मंथन शिविर 14 सूत्री मांग रखी थी जिसमें से 04 महत्वपूर्ण मांग पूरी हो चुकी है। चाहे वो स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की राशि 04 लाख से 10 लाख की बात हो या जातीय जनगणना का मामला हो हमारी मांग पूरी हुई है। कॉलेजियम सिस्टम को खत्म कर खुली परीक्षा के माध्यम से जजों की बहाली की हमारी मांग उठाने के बाद अब महामहिम राष्ट्रपति ने भी इस मांग को आगे बढ़ाया है।
उन्होंने राज्यों के लोकसभा और विधानसभा सीटों की संख्या आबादी के अनुसार निर्धारण करने का जो परिसीमन का मूल उद्देश्य है उसमें आबादी के अनुरूप बदलाव पर जोर दिया. 2026 में परिसीमन किया जाना है और आबादी के आधार पर सीटों का निर्धारण किया जा सकता है। कुशवाहा ने कहा कि संवैधानिक अधिकार-परिसीमन सुधार” के संकल्प को हम पूरा करके ही दम लेंगे। राष्ट्रीय लोक मोर्चा बिहार की जनता से अपील करता है कि इस लड़ाई में हमारा साथ दें ताकि बिहार समेत उत्तर भारत के लोगों को उचित राजनैतिक प्रतिनिधित्व मिल सके। उन्होंने कहा कि मैं पद की नहीं बल्कि परिवर्तन और सुधार की बात करता हूँ। आगामी विधानसभा चुनाव में NDA के लिए पूरे बिहार में अच्छा माहौल है । केंद्र और राज्य की NDA सरकार जनहित के जुड़े मुद्दों पर अच्छा काम कर रही है। जनता का भरपूर स्नेह और समर्थन गंगा किनारे डांस करने से कोई मुख्यमंत्री नहीं बन जाता है अगर ऐसा होता तो देश का सबसे बड़ा डांसर भारत का प्रधानमंत्री बन जाना चाहिए था। सार्वजनिक जीवन में अपनी छवि बनाकर रखनी चाहिए।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नितिन भारती ने बताया कि इस अवसर पर पार्टी के सभी राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। सभा की अध्यक्षता पार्टी के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष मदन चौधरी ने की जबकि मंच संचालन संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष आलोक कुमार सिंह, मुख्यालय प्रभारी सह प्रदेश महासचिव प्रशांत पंकज और रोहतास जिला अध्यक्ष कपिल कुमार ने संयुक्त रूप से की। स्वागत भाषण का दायित्व रामेश्वर महतो ने निभाया। सभा को संबोधित करने वाले अन्य वक्ताओं में राष्ट्रीय प्रधान महासचिव श्री माधव आनंद, रणविजय सिंह, जीतेन्द्र नाथ पटेल,फजल इमाम मल्लिक , रेखा गुप्ता ,आर के सिन्हा, स्मृति कुमुद, सुभाष चंद्रवंशी सहित सभी संगठन जिलों के जिला अध्यक्ष शामिल थे इत्यादि। पटना महानगर अध्यक्ष खुर्शीद अहमद ने धन्यवाद ज्ञापन किया।