Bihar News: विराट रामायण मंदिर में स्थापित होगा दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग, महाबलीपुरम से रवाना, इस दिन आएगा बिहार

Bihar News: महाबलीपूरम से विराट रामायण मंदिर के लिए दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग आज रवाना होगा। 96 चक्के वाले ट्रक से शिवलिंग बिहार आ रहा है। बिहार में जगह जगह शिवलिंग की पूजा और अभिषेक की जाएगी।

दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग आ रहा बिहार - फोटो : social media

Bihar News:  बिहार में विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य जारी है। रामायण मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित होगा। आज यह शिवलिंग महाबलीपुरम से बिहार के लिए रवाना होगा। दरअसल, पूर्वी चंपारण के चकिया में निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर में दुनिया का सबसे बड़ा मोनोलिथ स्ट्रक्चर शिवलिंग स्थापित किया जाएगा।

आज महाबलीपुरम से रवाना होगा शिवलिंग 

जानकारी अनुसार महावीर मंदिर के सुपरिटेंडेंट के. सुधाकरण और जनसंपर्क पदाधिकारी अजय कुमार सिंह बुधवार को महाबलीपुरम रवाना हुए, जहां शिवलिंग की विधि-विधान से पूजा की। पूजा के बाद इसे विशेष रूप से तैयार 96 चक्कों वाली वोल्वो हाइड्रोलिक पुलर गाड़ी से लगभग डेढ़ महीने की यात्रा में कैथवलिया पहुंचाया जाएगा।

5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी गाड़ी

शिवलिंग को लेकर आने वाला ट्रक अत्यधिक वजन के कारण केवल 5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगा। सड़क पर अधिक भार न पड़े, इसलिए चकिया से कैथवलिया तक लगभग 12 किमी सड़क और पुल-पुलिया का निर्माण विशेष तकनीक से किया गया है।

210 टन वजन, 33 फीट ऊंचाई वाला शिवलिंग

महावीर मंदिर न्यास के सदस्य सायण कुणाल के अनुसार यह विश्व का सबसे बड़ा एकाश्म (मोनोलिथ) शिवलिंग है। जिसकी ऊंचाई 33 फीट, गोलाई 33 फीट और वजन 210 मीट्रिक टन है। इसके साथ एक हजार छोटे शिवलिंग भी होंगे, इसलिए इसे सहस्रलिंगम कहा जाता है। शिवलिंग बिहार पहुंचने पर जगह-जगह भव्य स्वागत और पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके साथ निगरानी और सुरक्षा के लिए एक विशेष स्क्वाड भी तैनात रहेगा।

चांदी के 15 फीट ऊंचे अरघा पर होगा स्थापना

शिवलिंग को महाबलीपुरम की ब्लैक ग्रेनाइट चट्टान से तराशकर बनाया गया है। इसे 15 फीट ऊंचे चांदी के अरघा पर स्थापित किया जाएगा। सहस्रलिंगम की विशेष बनावट इसे अत्यंत अद्वितीय बनाती है। महावीर मंदिर न्यास समिति द्वारा बनाए जा रहे इस भव्य मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। मंदिर के आकार की बात करें तो मंदिर की लंबाई 1080 फीट, चौड़ाई 540 फीट है। इसके 18 शिखर और 22 मंदिर होंगे। मुख्य शिखर 270 फीट ऊंचा होगा। जबकि अन्य शिखर 180 फीट, 135 फीट, 108 फीट और 90 फीट ऊंचा होगा। प्रवेश द्वार, गणेश स्थल, सिंह द्वार, नंदी, शिवलिंग स्थल और गर्भगृह की पाइलिंग का काम पूरा हो चुका है।

दो साल पहले हुआ था शिलान्यास

रामायण मंदिर का शिलान्यास 20 जून 2023 को किया गया था। इसका निर्माण पूर्वी चंपारण के केसरिया और चकिया के बीच स्थित जानकीनगर में हो रहा है। पटना से इसकी दूरी लगभग 120 किलोमीटर है। यह मंदिर चार आश्रमों वाला होगा और महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव आचार्य किशोर कुणाल का यह ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। विराट रामायण मंदिर के पूरा होने के बाद यह भारत के सबसे विशाल धार्मिक संरचनाओं में से एक होगा।