Bizarre ways of disposing dead bodies: भारत में मर्डर के अजीबो-गरीब तरीके,लाशों को ठिकाने लगाने के लिए इस्तेमाल हुए कुकर, सेप्टिक टैंक समेत ईट भट्ठा
भारत में मर्डर के कुछ सबसे भयावह और अजीब तरीके सामने आए हैं, जिनमें लाशों को तंदूर, कुकर, फ्रिज और ड्रम जैसे रोजमर्रा की चीजों में छुपाया गया। यह लेख उन मामलों को उजागर करता है।

Bizarre ways of disposing dead bodies: मेरठ का सौरभ मर्डर केस ने पूरे देश को चौंका दिया, जहां सौरभ कुमार राजपूत की पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर उसकी हत्या की और लाश के टुकड़ों को ड्रम में भरकर सीमेंट के घोल से छुपाया। यह घटना पिछले कुछ वर्षों में मर्डर के बाद लाशों को ठिकाने लगाने के अजीबो-गरीब तरीकों की लंबी लिस्ट में एक और भयावह मामला जोड़ती है।
ऐसे कई मामले हैं, जिनमें कातिलों ने लाशों को छुपाने के लिए रोजमर्रा की चीजों का उपयोग किया। इनमें तंदूर से लेकर फ्रिज तक और बैग से लेकर बेडबॉक्स तक सब कुछ शामिल है। यह लेख ऐसे ही अजीब और चौंकाने वाले मर्डर केसों की कहानी बताता है।
तंदूर कांड: लाश को तंदूर में जलाने का प्रयास
दिल्ली का तंदूर कांड भारत के सबसे कुख्यात मर्डर मामलों में से एक है। इसमें सुशील शर्मा ने अपनी पत्नी नैना साहनी की हत्या कर उसकी लाश को तंदूर में जलाने की कोशिश की थी। यह घटना इतनी चौंकाने वाली थी कि इसके बाद तंदूर को लेकर लोगों में एक डर पैदा हो गया था। सुशील ने लाश को मक्खन डालकर तंदूर में जलाने का प्रयास किया था, जिससे इस कांड ने पूरे देश में सुर्खियां बटोरीं।
कुकर में लाश के टुकड़े उबालना
कुकर आमतौर पर खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होता है, लेकिन मनोज साहनी ने अपनी लिव-इन पार्टनर सरस्वती की हत्या कर लाश के टुकड़ों को कुकर में उबालने का तरीका अपनाया। यह मामला देश में कुकर का ऐसा पहला इस्तेमाल था, जहां मर्डर के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए कुकर का इस्तेमाल किया गया। मनोज ने लाश को टुकड़ों में काटकर धीरे-धीरे उबालने का प्रयास किया ताकि वह आसानी से लाश को ठिकाने लगा सके।
बैग में लाशों का सफर
बैग, जिसे सफर के दौरान सामान रखने के लिए उपयोग किया जाता है, वह भी कई मर्डर केसों में लाशों को छुपाने का अजीब जरिया बन चुका है। सबसे ताजा मामला हरियाणा के रोहतक का है, जहां हिमानी की लाश को एक बड़े बैग में छुपाया गया था।बैग का इस्तेमाल मर्डर केसों में लाश को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए सबसे आम तरीका बन चुका है, क्योंकि बड़े-बड़े बैग अब आसानी से बाजार में उपलब्ध हैं और इनकी मदद से लाश को छुपाया जा सकता है।
बेडबॉक्स में छुपाई गई लाशें
बेडबॉक्स का इस्तेमाल आमतौर पर कपड़े या अन्य सामान रखने के लिए किया जाता है, लेकिन कई मर्डर केसों में यह लाश छुपाने का जरिया बन चुका है। मेरठ में ही एक बेडबॉक्स से पांच लाशें मिली थीं। कातिलों ने बेडबॉक्स का उपयोग लाश को छुपाने के लिए किया, क्योंकि यह घर में एक सामान्य चीज की तरह होता है, जो किसी के ध्यान में नहीं आता। बेडबॉक्स का इस्तेमाल खासतौर पर छोटे कमरों में होता है, जहां कम जगह में सामान को रखा जा सके। लेकिन इसका इस्तेमाल कई बार लाशों को छुपाने के लिए किया गया है।
ईंट की भट्टी और भंवरी देवी कांड
भंवरी देवी कांड में, राजस्थान के एक ताकतवर मंत्री और नेताओं ने भंवरी देवी को मारकर उसकी लाश को ईंट की भट्टी में जला दिया था। यह तरीका पुराने अपराधियों द्वारा लाशों को ठिकाने लगाने के लिए काफी लोकप्रिय था, क्योंकि ईंट की भट्टी में लाश के जल जाने के बाद कोई सबूत नहीं बचता। भंवरी देवी का यह मामला 2000 की शुरुआत में सुर्खियों में आया था, और यह दिखाता है कि कैसे ईंट की भट्टी का उपयोग मर्डर केसों में लाशों को ठिकाने लगाने के लिए किया गया है।
सेप्टिक टैंक में लाशें
हर घर की जरूरत सेप्टिक टैंक, जो गंदे पानी को जमा करने के लिए बनाया जाता है, कई मर्डर केसों में लाशें छुपाने का स्थान बन चुका है। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले का एक मामला है, जहां सेप्टिक टैंक से एक साथ चार लाशें बरामद की गई थीं।इस तरह के केस पूरे देश में सामने आते रहते हैं, और सेप्टिक टैंक में लाश छुपाना कातिलों का एक पसंदीदा तरीका बन चुका है, क्योंकि यह घर के अंदर ही होता है और किसी को उस पर शक नहीं होता।
फ्रिज में छुपाई गई लाशें
हाल के दिनों में फ्रिज लाश छुपाने का एक खतरनाक तरीका बन चुका है। दिल्ली के श्रद्धा वॉकर मर्डर केस में, आरोपी आफताब ने श्रद्धा की लाश के टुकड़ों को फ्रिज में छुपा दिया था। फ्रिज का इस्तेमाल इसलिए भी किया जाता है क्योंकि इसमें लाश खराब नहीं होती और आसानी से छुपाई जा सकती है।श्रद्धा का यह मामला लोगों के लिए एक चेतावनी बन गया है कि मर्डर केसों में फ्रिज का इस्तेमाल कितना खतरनाक हो सकता है। पुलिस भी अब किसी मर्डर केस में घर के फ्रिज की जांच सबसे पहले करती है।