जदयू एमएलसी संजय सिंह ने मनोज झा की रावण से की तुलना, कहा- क्षत्रिय गले लगाना भी जानते हैं और गर्दन काटना भी...

जदयू एमएलसी संजय सिंह ने मनोज झा की रावण से की तुलना, कहा- क्षत्रिय गले लगाना भी जानते हैं और गर्दन काटना भी...

PATNA: राजद सांसद मनोज झा के ठाकुरों को लेकर दिए गए विवादित बयान से जंग छिड़ गया है। महागठबंधन में शामिल जदयू के नेताओं द्वारा लगातार उनपर हमला बोला जा रहा है। राजद के चेतन आनंद और आनंद मोहन सहित कई नेताओं ने मनोज झा पर जमकर हमला बोला है। साथ ही उन्हें चेतावनी भी दे दी है। वहीं इसी कड़ी में बांका पहुंचे जदयू एमएलसी संजय सिंह ने मनोज झा पर जोरदार हमला करते हुए उनकी बराबरी रावण से कर दी है। उन्होंने खुद को राम का वंशज बताते हुए कहा कि, रावण के अंत का कारण उसी का अहंकार था, ना की कोई और।  

दरअसल, बुधवार को एमएलसी संजय कुमार बांका पहुंचे। जहां उन्होंने सांसद मनोज झा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मनोज झा दया के पात्र हैं। उन्होंने ठाकुरों को ललकारा है। ठाकुर को ललकारे नहीं ठाकुर आग है। उसको आग मत लगाए। अगर आग लग गई तो दुनिया में कोई ऐसा दमकल नहीं है जो पानी से इस आग को बुझा देगा।

उन्होंने मनोज झा को चेतावनी देते हुए कहा कि मनोज झा ऐसे अनर्गल बयान से बचें। हमारे नेता सभी जाति और धर्म को जोड़ने का काम करते हैं, आप तोड़ने का काम कर रहे हैं। हम क्षत्रिय हैं, क्षत्रिय तो ब्राह्मण को गले लगाते हैं, उनका पैर छूते हैं, आर्शीवाद लेते हैं। उन्होंने मनोज झा पर हमला बोलते हुए कहा कि, हमें लगता है कि आपने ब्राह्मण कुल में जन्म नहीं लिया है। हम लोगों ने भी हाथ में चूड़ी नहीं पहनी है। आपको जवाब हमारा पूरा क्षत्रिय समाज देगा। उन्होंने कहा कि हमने क्षत्रिय समाज में जन्म लिया है। हम लोगों ने कभी भगवान से निवेदन या आवेदन देने नहीं गए थे कि क्षत्रिय समाज में जन्म दें, लेकिन क्षत्रिय कुल में जन्म ले लिए हैं तो एक बात याद रखना क्षत्रिय को अगर प्यार से गर्दन मांगोगे तो गर्दन भी देगा और गर्दन काटने को कहोगे तो गर्दन भी काट देंगे। 

उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने तो संविधान बनाया था हम लोग संविधान के अनुसार चलते हैं और हम लोग अभिमान नहीं करते हैं। हम राम के वंशज है। रावण इतना बड़ा विद्वान था फिर भी उसे किसने मारा, उसके घमंड ने मारा। इसलिए कभी अभिमान मत करना। उन्होंने कहा कि हम अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करते हैं जो व्यक्ति स्वाभिमान से समझौता करता है हमारे लिए वह आदमी क्षत्रिय नहीं कहताला है। हम लोग कभी स्वाभिमान से समझौता नहीं किए हैं।