थावे मंदिर में पार्किंग ठेकेदार के गुंडों की गुंडई, पैसा देने में विलंब होने पर तीन श्रद्धालुओं की बेल्ट और डंडे पिटाई, अस्पताल में भर्ती

थावे मंदिर में पार्किंग ठेकेदार के गुंडों की गुंडई, पैसा देने में विलंब होने पर तीन श्रद्धालुओं की बेल्ट और डंडे पिटाई, अस्पताल में भर्ती

गोपालगंज : थावे दुर्गा मंदिर परिसर में पार्किंग ठेकेदार के गुंडों की गुंडई कोई नई बात नहीं है. आए दिन ठेकेदार के गुंडों की करतूत सामने आती रहती है, इसके बाबजूद प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है. रविवार को कार लगाने करने के दौरान पार्किंग का पैसा नहीं देने का आरोप लगाते हुए  स्टैंड में मौजूद युवकों ने बाबा धाम से लौट रहे तीन श्रद्धालुओं को बेल्ट और डंडे से मारपीट कर घायल कर दिया. जख्मी तीनों श्रद्धालुओं को रेफर किए जाने पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.

जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के पडरौना थाना क्षेत्र के सुसवलिया गांव निवासी सतीश प्रजापति, राम ज्ञान प्रजापति व राज कुमार सहित पांच श्रद्धालु एक कार में सवार होकर देवघर से पूजा-अर्चना करने के बाद थावे मंदिर पहुंचे थे। इस दौरान थावे गोलंबर के समीप से मुख्य गेट से मंदिर परिसर में जाने के दौरान वहां मौजूद कुछ युवकों ने पार्किंग के नाम पर पैसा मांगा। इस दौरान कार सवार श्रद्धालुओं ने कार को साइड में कर पैसा देने की बात कही। 

वहां मौजूद युवकों ने मुक्का से कार चला रहे सतीश प्रजापति के मुंह पर मार दिया। इस दौरान मारपीट का वजह पूछने के लिए कार से उतरे राम ज्ञान प्रजापति व राज कुमार को भी युवकों ने डंडे व बेल्ट से मारपीट कर जख्मी कर दिया। सूचना पर पहुंची डायल 112 की टीम ने तीनों जख्मी श्रद्धालुओं को थावे पीएचसी में भर्ती कराया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जख्मी सतीश प्रजापति ने बताया कि कार का शीशा भी हमलावरों ने तोड़ दिया है। 

थावे थानाध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला जा रहा है। आवेदन मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

सबसे बड़ा सवाल है कि पार्किंग के नाम पर गुंडई करने का लाइसेंस आखिर किसने दिया है? थाना की नाक के नीचे बीच सड़क पर गुंडागर्दी होती है और शिकायत के बाद कार्रवाई की बात कहकर आखिर क्यों गुंडों पर नकेल नहीं कसा जा रहा है? क्या सरकार ने पार्किंग के नाम पर मारपीट करने का ठेकेदार को इजाजत दी है ऐगर नहीं तो देकना होगा आकिर कब तक बदमाशों पर नकेल कसता है?

रिपोर्ट- मन्नान अहमद


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