छपास रोग! बराबर कुर्सी वाले 'माननीय' की खूब छप रही...हमें तो जगह ही नहीं मिल रही, छपने को सलाहकार की नियुक्ति

PATNA:  बड़ी कुर्सी पर बैठे माननीय की मीडिया में खूब छपती है। बराबरी वाली कुर्सी पर विराजमान मोहतरमा उस हिसाब से मीडिया में स्पेस नहीं ले रहीं। टेंशन इसी बात को लेकर है कि कुर्सी बराबरी की पर चर्चा में काफी फासला है। बराबर की कुर्सी वाली माननीया छपने को लेकर अब तक बहुत कोशिश कर चुकी, लेकिन सारा प्रयास निरर्थक साबित हुआ। अब आखिरी चाल चली गई है। हालांकि यह दांव कितना कारगर साबित होगा यह तो आने वाले दिनों में पता चलेगा. लेकिन चर्चा खूब है कि मोहतरमा छपने की जुगत में हैं।

सुबह का तनाव खत्म करने की कोशिश

माननीया को छपने की बीमारी सी हो गई है। सुबह-सुबह अखबारों में बयान के साथ अपनी तस्वीर देखना चाहती हैं। बराबर की कुर्सी वाले माननीय की तस्वीर हर दिन सुबह-सुबह अखबारों में दिख जाती है,टीवी में भी बराबर दिखता है। लेकिन उस हिसाब से वो स्पेस नहीं खा रहीं। स्पेस के चक्कर में माननीया ने काफी परिश्रम किया। पहले सरकारी सहायक बहाल किया वो भी नाकाम हुआ। फिर सरकारी प्रचार डिपार्टमेंट से एक छोटे स्तर के साहेब की ड्यूटी लगवाई। वो भी असर नहीं छोड़ सके। इधर, लगातार असफल होने से माननीया का टेंशन सुबह-सुबह अखबार देखकर बढ़ जा रही. टेंशन कम करने को लेकर सलाहकारों के साथ खूब माथा-पच्ची की। अपने खास लोगों से राय-मशविरा कर छपने की नई तरकीब निकाली हैं।तरकीब यह कि क्यों न एक और सलाहकार रख लिया जाय।

सलाहकार की नियुक्ति  

अब छपने के लिए नई व्यव्स्था की गई है। लिहाजा एक अखबारनवीस को अपना सलाहकार नियुक्त किया गया है. बजाप्ता इसकी जानकारी भी सार्वजनिक की गई है। कहा गया है कि मीडिया के कुशल प्रबंधन के उद्देश्य से यह नियुक्ति की गई है। मोहतरमा की तरफ से कहा गया है कि जिसे हम रख रहे हैं उन्हें राजनैतिक गतिविधी और सम-सामयिक घटनाओं पर अच्छी पकड़ है। अब देखना होगा कि यह आखिरी दांव कितना असरकारक साबित होता है।