करप्शन, करप्ट को बचाने का खेल! और बांध पर बालू की जगह माटी....जियो बैग के बदले बोरी में मिट्टी भरकर तटबंध को सुरक्षित रखने का खेल... ठेकेदार की चांदी....अधिकारी ने साधा मौन
मोतिहारी : जिला में अधिकारियों व संवेदक के मिलीभगत से पग पग पर घोटाला का खेल चल रहा है ।कमीशन के खेल में आमलोगों के भविष्य से कोई मतलब नही है ।सरकार द्वारा जिला के अरेराज अनुमंडल क्षेत्र के गंडक नदी पर बने चम्पारण तटबंध के पास मलाही से लेकर डुमरिया घाट तक सघन आबादी है ।बरसात में नदी में बाढ़ आने पर बांध के कमजोर पड़ने की सूचना पर तटबंध के आसपास बस्ती के लोगो की नींद उड़ जाती है ।आमलोगों के सुरक्षा को लेकर तटबंध के रखरखाव और बाढ़ में तटबंध को बचाने की तैयारी में सरकार करोड़ो रूपये खर्च करती है ।लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण और अधिकारी संवेदक के कमीशन के खेल में तटबंध के आसपास के आबादी के भविष्य की चिंता छोड़ लूट मची हुआ है ।बाढ़ में तटबंध की सुरक्षा को लेकर सेंड बैग भरने में बड़ा खेल चल रहा है ।अधिकारी के सामने सेंड बैग में धड़ल्ले से मिट्टी भरकर सरकार को लाखों का चूना लगाया जा रहा है ।मामला मोतिहारी जिला के अरेराज अनुमंडल क्षेत्र के गंडक नदी के चंपारण तटबंध का है ।
चंपारण तटबंध में बाढ़ के समय तटबंध के सुरक्षा को लेकर सेंड बैग भरने में गजब का खेल चल रहा है ।वही विभागीय अधिकारी देखकर भी कोई कार्रवाई करने के बजाय आंख बंद कर खेल का समर्थन करने में लगे है । 5 वर्ष पूर्व गंडक नदी में पानी के दबाव बढ़ने व जल संसाधन विभाग के लापरवाही के कारण संग्रामपुर थाना क्षेत्र के भवानीपुर के पास चम्पारण तटबंध टूटने से लाखों की क्षति हुई थी ।उसके बाद भी संवेदक द्वारा सेंड बैग भरने के जगह बैग में धड़ल्ले से मिट्टी भरकर कर सरकारी राजस्व का चूना लगाया जा रहा है ।वही प्लास्टिक बैग भी तीन वर्ष पुराना लगाया जा रहा है ।
प्लास्टिक बैग पर वर्ष 2021 अंकित है।जबकि प्लास्टिक बैग एक वर्ष के बाद स्वतः खराब होने लगता है।बाढ़ पूर्व तैयारी के अरेरज एसडीओ के निरीक्षण में चंपारण तटबंध निरीक्षण में भारी अनियमितता मिलने पर हड़कंप मच गया है ।
एसडीओ के निरीक्षण में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के सामने सेंड बैग में धड़ल्ले से मिट्टी की भराई किया जा रहा था ।एसडीओ द्वारा सेंड बैग में भरे जा रहे मिट्टी का सैम्पल लेने से हड़कंप मच गया है ।वही आमलोग बाढ़ पूर्व तैयारी में हो रही भारी लापरवाही से सहमे हुए है।इस संबंध में अरेराज एसडीओ अरुण कुमार ने बताया कि जांच रिपोर्ट डीएम को भेज दिया गया है ।
एक्सक्यूटिव इंजीनियर रंजन प्रकाश ने बताया कि वर्ष 2021 का बैग समाप्त होने पर उसके बाद वर्ष का बैग प्रयोग किया जाता है ।सेंड बैग में लोकल सेंड या रिवर वेड मैटीरियल भरना है ।मंगलापुर सहित अधिकांस जगह सेंड बैग में लोकल सेंड ही भरा गया है ।बैग में मिट्टी भरने की जो बात सामने आई है ।उस बैग को त्वरित हटाते हुए संवेदक को सख्त निर्देश दिया गया है ।संवेदक को अभी भुगतान भी नही किया गया है।
रिपोर्ट- हिमांशु