पाटलिपुत्र के पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने किया 'वोट बहिष्कार', इस वजह से नेताओं से नाराज हैं मतदाता
PATNA: देश के 8 राज्यों के 57 लोकसभा सीटों पर आखिरी चरण का मतदान जारी है। बिहार के 8 लोकसभा सीटों पर भी सुबह 7 बजे से मतदान शुरु हो गया है। बिहार में नालंदा, आरा, बक्सर, काराकाट, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, जहानाबाद और सासाराम में मतदान जारी है। वहीं बड़ी खबर पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 188 घूरना बिगहा गांव से आ रहा है। जहां ग्रामीणों ने "रोड नहीं तो वोट नहीं "के नारे के साथ लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया है।
जानकारी के अनुसार पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के लगभग 1 हजार की आबादी वाले घूरना बिगहा गांव के बूथ संख्या 188 पर ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं नारे के साथ लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया है। उल्लेखनीय है कि आजादी के बाद भी आज देश नित नए ऊंचाइयों पर विकास के क्षेत्र में प्रगति कर रही है। लगभग सभी गांव में बिजली सड़क पानी जैसे बुनियादी सुविधाएं पहुंच चुकी है लेकिन पालीगंज विधानसभा क्षेत्र की घूरना बिगहा एक ऐसा गांव है जहां आजादी के 77 वर्षों बीत जाने के बावजूद भी अब तक सड़क नहीं बन सकी है।
ग्रामीणों ने कहा कि हम लोगों को लगातार उपेक्षित किया जाता रहा है यह गांव बेसिकली पिछड़े पिछड़ों का गांव है। जहां पर यादव समुदाय के साथ-साथ रविदास जाति की बड़ी संख्या पर मतदाता रहते हैं। साथ ही ठाकुर , तांती समेत कई अन्य दूसरे जातियां भी रहते है जिन्हें आज तक विकास की बुनियादी सुविधाओं में से एक सड़क से दूर रखा गया है। ग्रामीण उमेश यादव, महेंद्र यादव, रिंकू देवी, राजू दास , कुसुम देवी , सुरेन्द्र यादव, नीरज यादव, भगवान दास समेत दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि हम लोग के यहां जब भी कोई आकस्मिक स्थिति जैसे बीमारीया, दुर्घटना घटती है तो अस्पताल ले जाने के लिए हजार बार सोचना पड़ता है मरीजों को। ग्रामीणों का कहना आखिर हम लोग का क्या कसूर है जो आज तक केंद्र और राज्य सरकारें हमारे गांव में सड़क नहीं बना सकी। आखिर हमलोग को अबतक क्यों उपेक्षित रखा जा रहा है।
हमारे जनपद ही चाहे सांसद महोदय हो या विधायक महोदय किसी ने भी इस समस्या परध्यान नहीं दिया और नहीं किसी ने इसकी निदान का प्रयास किया जिसके कारण आज तक गुना दिखा गांव में सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंच सकती है जो की काफी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है देश से तरफ विकास के क्षेत्र में नित ने प्रगति कर रही हैतो दूसरी तरफ सिक्के के दूसरे पहलू के रूप में बिहार के कुछ ऐसे गांव आज भी हैं जहां पर सड़क की है जैसे बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंच सकी , जो भी काफी दुखद और दुर्भाग्यपर्ण स्थित कहा जा सकता है।
Reported by-Amlesh Kumar