UP NEWS: वलीमा से लौट रही कार दुर्घटनाग्रस्त, दुल्हन के पिता समेत 6 की मौत

UP NEWS: वलीमा से लौट रही कार दुर्घटनाग्रस्त, दुल्हन के पिता समेत 6 की मौत

PILIBHIT: टनकपुर हाईवे पर गुरुवार देर रात एक दर्दनाक हादसे में वलीमा से लौट रही कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में दुल्हन के पिता समेत छह लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में पांच लोग उत्तराखंड के खटीमा और एक पीलीभीत के अमरिया क्षेत्र के निवासी हैं।

कैसे हुआ हादसा?

घटना गुरुवार रात करीब 10:30 बजे न्यूरिया क्षेत्र में हुई। उत्तराखंड के खटीमा के गांव जमोर निवासी मंजूर अहमद (65) की बेटी हुसना का निकाह बुधवार को पीलीभीत के चंदोई गांव निवासी अनवर के साथ हुआ था। गुरुवार को वलीमा का आयोजन हुआ, जिसमें दुल्हन के मायके पक्ष और रिश्तेदार शामिल हुए।

वलीमा के बाद दुल्हन को विदा कराकर मायके पक्ष के लोग तीन कारों में सवार होकर घर लौट रहे थे। टनकपुर हाईवे पर ओवरटेक करने के दौरान एक कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए।

मृतकों की पहचान

हादसे में इन लोगों की जान चली गई:

  1. मंजूर अहमद (65) - खटीमा, जमोर
  2. शरीफ अहमद (50) - खटीमा, गोटियां
  3. मुन्नी (65) - खटीमा, पत्नी नजीर अहमद
  4. राकिब (10) - खटीमा
  5. अकरम (35) - खटीमा, सत्तह मील
  6. बहाबुद्दीन (60) - पीलीभीत, बांसखेड़ा

हादसे में चार लोग घायल हुए, जिनमें से गुलाम अहमद (8) और रईस अहमद को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया। अन्य घायल अमजदी बेगम और जाफरी बेगम का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।

रेस्क्यू ऑपरेशन और प्रशासन की कार्रवाई

दुर्घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोग जुट गए। पुलिस और स्थानीय लोगों ने जेसीबी और कटर की मदद से कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला। सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने छह लोगों को मृत घोषित कर दिया।

सूचना मिलने पर एसपी अविनाश पांडेय समेत प्रशासनिक अधिकारी रातभर अस्पताल में मौजूद रहे।

परिवारों में मचा कोहराम

हादसे की खबर सुनकर मृतकों और घायलों के परिजन अस्पताल पहुंचे। वहां का माहौल गमगीन हो गया। शादी की खुशियां मातम में बदल गईं, और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। यह हादसा ओवरटेक के दौरान हुआ, जो सड़क पर असावधानी का एक बड़ा उदाहरण है। इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के नियमों और उनके पालन की अनिवार्यता पर सवाल खड़े किए हैं।

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