Jyoti Malhotra Spying case: ज्योति मल्होत्रा के चैट में खुलासा! अटारी बॉर्डर रेकी से लेकर गुरुद्वारे में मीटिंग तक की प्लानिंग, पहलगाम तक फैला संदिग्ध नेटवर्क

Jyoti Malhotra Spying case: यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को ISI के लिए जासूसी के आरोप में NIA ने हिरासत में लिया. जानिए अली हसन से जुड़ी चैट, अटारी बॉर्डर, पहलगाम हमले और गहराते शक की पूरी कहानी.

JYOTI MALHOTRA
ज्योति मल्होत्रा के बारे में नया खुलासा!- फोटो : social media

Jyoti Malhotra Spying case: हरियाणा के हिसार की रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिरासत में लिया है. उनके मोबाइल से मिली व्हाट्सएप चैट में वह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी अली हसन से संदिग्ध बातचीत करती पाई गई हैं.

इन चैट्स में अली हसन ने ज्योति से अटारी बॉर्डर की रेकी, अंडरकवर एजेंट्स की पहचान और गुरुद्वारे में मीटिंग्स की योजना पर बातचीत की थी. जांच एजेंसियों का दावा है कि ज्योति ने ISI को भारतीय रॉ एजेंट्स की गतिविधियों के बारे में जानकारी देने की कोशिश की.

व्हाट्सएप चैट में क्या मिला?

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, ज्योति और अली हसन के बीच की बातचीत में यह सामने आया कि अटारी बॉर्डर पर प्रोटोकॉल की जानकारी मांगी गई. अंडरकवर पर्सन की पहचान करने और उसे गुरुद्वारे के अंदर बुलाने की योजना शामिल थी. बातचीत में अली हसन लगातार मिशन जैसी भाषा का उपयोग करता है जैसे 'अभी लगे रहो'. यह भाषा और संदर्भ सीधे खुफिया संचालन की ओर इशारा करते हैं, जिससे NIA और IB के कान खड़े हो गए.

ISI के लिए काम करने की पुष्टि कैसे हुई?

2023 में ज्योति पाकिस्तान गई थीं, जहां उनका फाइव स्टार होटल में ठहराने की व्यवस्था, यात्रा और सुरक्षा व्यवस्था पाकिस्तानी एजेंट अली हसन ने कराई थी. उन्होंने दानिश नाम के व्यक्ति से दूतावास में संपर्क किया और ISI नेटवर्क में शामिल हुईं. पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों से मुलाकात की जिसमें शाकिर और राणा शहबाज नाम की व्यक्ति शामिल थे. ज्योति ने शाकिर के नंबर को जट रंधावा नाम से सेव कर रखा था ताकि शक न हो. पाकिस्तान से लौटने के बाद ज्योति वॉट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे माध्यमों से जानकारी भेजी जाने लगी.

NIA की पूछताछ और पहलगाम कनेक्शन

NIA ने ज्योति को चंडीगढ़ ले जाकर 7 घंटे की पूछताछ की. उन्हें शक है कि ज्योति ने कश्मीर के पहलगाम में रेकी की थी. उसने जनवरी में वह पहलगाम, कुपवाड़ा और अन्य टूरिस्ट स्थलों पर गई थी और वीडियो बनाए थे. यह वही क्षेत्र है जहां हाल ही में आतंकी हमला हुआ है, जिसकी जांच NIA कर रही है. जांच एजेंसियों का मानना है कि ISI को इन लो-सेक्योरिटी क्षेत्रों की जानकारी ज्योति ने दी हो सकती है.

पंजाब लिंक और दानिश का नेटवर्क

ज्योति की गिरफ्तारी का रास्ता तब खुला जब पंजाब के मलेरकोटला में गजाला खातून को पकड़ा गया. पूछताछ में पता चला कि पाकिस्तानी दूतावास का अधिकारी दानिश गजाला को पैसे भेजता था. गजाला ने दानिश के नेटवर्क में एक अन्य सोर्स के बारे में बताया और वह थी ज्योति. इसके बाद एजेंसियों ने दानिश और उसके सोर्सेज की निगरानी शुरू की और ज्योति पर नजर पड़ी.

ज्योति के पिता का बयान

ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने बताया कि रात 1:45 बजे पुलिस आई. ज्योति ने केवल हाथ हिलाकर कहा मैं ठीक हूं’. कपड़े लिए और चली गई. हमें नहीं पता था वह क्या कर रही थी. यूट्यूब वीडियो भी हमने कभी नहीं देखे. गिरफ्तार किए जाने के बाद ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप से डिलीट किया गया डेटा रिकवर किया जा रहा है. व्हाट्सएप, टेलीग्राम, स्नैपचैट के माध्यम से ISI को भेजे गए संदेशों की तकनीकी जांच की जा रही है. हालांकि, इस बीच ज्यादा संवेदनशील क्षेत्रों की तस्वीरें और वीडियो जब्त कर लिए गए हैं।