Bihar news:ईडी ने शनिवार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व विधायक गुलाब यादव और आईएएस संजीव हंस से करीब 5 घंटे लंबी पूछताछ की। दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई और उनसे धनस्रोत, संपत्ति के सौदों और एक-दूसरे के साथ संबंधों के बारे में विस्तार से पूछा गया।
जांच में यह भी सामने आया है कि संजीव हंस ने कई सवालों का जवाब नहीं दिया। विशेष रूप से, उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि उन्होंने एक महिला वकील को 2.44 करोड़ रुपये की संपत्ति क्यों दी।
इसी मामले में, ऊर्जा विभाग के ठेकेदार प्रवीण चौधरी, बिचौलिया शादाब खान और कोलकाता के कारोबारी पुष्पराज बजाज को अदालत ने 7 दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया है। ईडी अब इन सभी आरोपियों से एक साथ और अलग-अलग पूछताछ करेगी।
जाँच एजेंसी ने गुलाब यादव से निम्नलिखित प्रश्न पूछे:
कटिहार में जल संसाधन विभाग के ठेकेदार सुभाष यादव से चार साल पहले लिए गए 98 लाख रुपये किसके कहने पर लिए गए थे?
यह रकम कहाँ गई?
क्या यह रकम तत्कालीन सचिव संजीव हंस के कहने पर ली गई थी?
2015 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव के शपथपत्र में नई दिल्ली के फ्लैट की जानकारी क्यों नहीं दी गई?
क्या संजीव हंस ने इस जानकारी को छिपाने में कोई भूमिका निभाई थी?
गुलाब यादव के बेटे रौशन यादव और एवियन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के बीच हुए 55 लाख के लेन-देन का क्या कारण था?
पत्नी का सीएनजी पेट्रोल पंप:
गुलाब यादव की पत्नी अंबिका यादव के नाम से पुणे में चल रहे सीएनजी पेट्रोल पंप की जमीन 2015 में 1.80 करोड़ रुपये में खरीदी गई थी।
यह रकम किसने दी थी और कहाँ से लाई गई थी?
क्या संजीव हंस की पत्नी हरलोविलिन कौर उर्फ मोना हंस इस सौदे में शामिल थी?