Patna Crime News: पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में बीते 8 जनवरी को हुए चाणक्य हॉस्टल के कमरे में लगी आग बुझने का नाम नहीं ले रहा है । मामले में अब सीबीआई की जांच जारी है।दरअसल सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल pmch परिसर में अवस्थित चाणक्य हॉस्टल के कमरा नंबर एलआर 42 में पीजी पास आउट डॉ अजय अवैध रूप से कब्जा कर इंटरनल एग्जाम में मेडिकल पीजी छात्रों को पास कराने का पूरा ठेका उठाया करता था ।मिली जानकारी के अनुसार डॉ अजय और चाणक्य हॉस्टल में रहने वाले कुछ छात्रों के बीच विवाद ही इस अगलगी का मेन कारण बताया जा रहा है।जिसमे ए के यू में 10 जनवरी को पीजी की परीक्षा होनी थी जिसमें डॉ अजय ने अपने ऊंची पहुंच ए के यू तक होने की बात कह पीजी छात्रों से 2 --2 लाख में परिसर के बाहर एग्जाम दिलाने की बात कही थी।रुपए नहीं दिए जाने पर छात्रों को धमकी दी जा रही थी।जिस बात को लेकर भी विवाद फरार चल रहे सेटर डॉ अजय का हुआ था।इसी बीच किसी ने उसके कमरे में आग लगा दी।
पटना सेंट्रल एसपी ने कहा ए के यू और चाणक्य हॉस्टल के छात्रों से होगी पूछताछ
इस मामले के बाबत पूछताछ को लेकर पटना सेंट्रल एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि बरामद सभी साक्ष्यों में जांच जारी है कई छात्रों से पूछताछ की जा रही है।आरोपी डॉ अजय फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पटना सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
उधर सोशल मीडिया पर मेडिकल छात्रों का एक पत्र वायरल हुआ ।ये पत्र 2 जनवरी को आर्य भट्ट यूनिवर्सिटी में लिखा गया उसमें पीजी छात्रों का कहना है कि परिसर के बाहर परीक्षा दिलाने में 2 - 2 लाख मांगे जा रहे हैं नहीं देने पर धमकी और परीक्षा में व्यवधान डालने की बात कही जा रही है।ऐसे में छात्रों की मांग है कि परीक्षा केंद्र में ही हो ।सूत्रों की माने तो 8 जनवरी की रात आग बुझने के बाद एक बार फिर फरार चल रहे डॉ अजय और चाणक्य हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के बीच विवाद हुआ और डॉ अजय को कमरा संख्या 625 में बंद कर दिया जिसकी सूचना पर पीरबहोर थाना पुलिस पहुंची और डॉ अजय को छुड़ा कर अपने साथ थाने ले गई जहां से काफी देर बाद डॉ अजय को छोड़ दिया गया।ज्ञात हो कि पुलिस ने गार्ड के G- 1 कमरे से लगभग ढाई लाख के जले नोट, ए के यू के OMR सीट, शराब की बोतल और दर्जनों छात्रों के एडमिट कार्ड सहित कई कागजात पुलिस ने बरामद किए।जिससे एक बड़े फर्जीवाड़े का अंदेशा जताया जा रहा है।फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए पीएमसीएच अस्पताल प्रशासन सहित पीरबहोर थाना पुलिस इस मामले की पड़ताल में जुटी है वही बताया जा रहा है कि इस मामले में उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की गई है।
अनिल की रिपोर्ट