Bihar News: राजधानी में मोबाइल स्नैचिंग दोस्त गिरोह के 4 सदस्यों को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र के बेहद पॉश इलाके मैगशन रोड का है। घटना को अंजाम देने से पहले शिवम चौधरी और उसके साथी को पुलिस ने धर दबोचा। जिसके पास से छिनतई के सात मोबाइल फोन बरामद किया गया। इस मामले की जानकारी देते हुए सचिवालय डीएसपी 1 डॉ अनु कुमारी ने बताया कि बीते कुछ दिनों से सचिवालय थाना क्षेत्र में लगातार मोबाईल फोन छिनतई की सूचना मिल रही थी। जिसमें घटना स्थल से सीसीटीवी कैमरे को खंगाल शातिर अपराधियों को चिन्हित किया गया।
7 मोबाइल सहित 2 शातिर गिरफ्तार
छानबीन के क्रम में पता चला कि जिस आर वन फाइव बाइक से घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। उस ब्लू आर वन बाइक को आधा दर्जन से ज्यादा मामलों में चिन्हित किया गया है। जिसके बाद सचिवालय डीएसपी 1 के नेतृत्व में टीम गठित कर चिन्हित किए गए घटना स्थल पर साढ़े लिबास में पुलिस ने अपना नजर बनाया। जहां सचिवालय थाना क्षेत्र से 7 मोबाइल सहित दो शातिरों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं गिरफ्तार शिवम चौधरी के निशान देही पर उसके दोस्त राहुल कुमार के घर पुलिस पहुंची जिसके पास से कुल 20 मोबाइल फोन बरामद हुआ है। जिसे शिवम और उसके दोस्तों द्वारा छिनतई कर राहुल को महज 1 हजार रुपए में बेचा गया था।
नेपाल बेचते थे छिनतई के मोबाइल
इस मामले में सचिवालय थाना पुलिस ने कुल 4 शातिर रईसजादों राहुल कुमार,शिवम चौधरी,राहुल कुमार और आदित्य कुमार को गिरफ्तार किया है। इनके पास से कुल 27 मोबाइल फोन बरामद हुआ है। वहीं इनके निशानदेही पर सचिवालय थाना पुलिस पीरबहोर थाना क्षेत्र स्थित बाकरगंज इलेक्ट्रॉनिक मंडी के एक दुकान में पहुंची जहां से पिता पुत्र फरार है और नेपाल में जा छिपे होने की बात कही जा रही है।फिलहाल इस मामले में पुलिस आगे की अनुसंधान में जुटी है।
साइबर ठगी करते थे शातिर
डीएसपी 1 डॉ अनु कुमारी ने कहा कि ज्यादार मोबाइल स्नैचिंग के बाद पीड़ितों के बैंक खाते से साइबर फ्रॉड होता रहा है। जिसपर साइबर सेल टिम से भी जानकारी हासिल की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार शिवम चौधरी और अंकित कुमार के पिता सरकारी कर्मी है। वहीं हाल में खरीदे गए आर वन फाइव बाइक में पेट्रोल भरने और अपने ऊंचे शौख को पूरा करने के लिए शॉर्ट कट तरीके से छिनतई कर रुपए कमाने का तरीका अपने दोस्त राहुल के इशारे पर घटना को अंजाम दिया करता था। फिलहाल सभी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने की कार्रवाई जारी है।
पटना से अनिल की रिपोर्ट