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Muzaffarpur Kidney Scandal: शासन प्रशासन को करारा तमाचा , ढाई साल तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद आखिर हार गई किडनी कांड की पीड़िता, दर दर की ठोकर खाने के बाद मौत

Muzaffarpur Kidney Scandal: मुजफ्फरपुर चर्चित किडनी कांड की पीड़िता ने आखिरकार दम तोड़ दिया. अस्पताल में इलाज के दौरान जिंदगी से जंग हार गई.

Muzaffarpur Kidney Scandal

Muzaffarpur Kidney Scandal: ढाई वर्ष तक मौत से जंग लड़ते हुए आखिरकार किडनी कांड की पीड़िता सुनीता हार गई और जिन्दगी ने साथ छोड़ दिया तो उसने  दम तोड़ दिया जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के ऊपर अब कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं आपको बता दें कि ढाई वर्ष में किडनी कांड की पीड़िता सुनीता ने मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा तक किडनी के लिए गुहार लगाती रही लेकिन उसे नहीं मिला किसी का सहारा और अब ढाई वर्ष बाद आज सुनीता ने मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में आखरी सास ली और अपने पीछे अपने दो मासूम पुत्र और एक पुत्री को छोड़ कर जिंदगी को अलविदा कहा अब उसके मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग को लेकर कई तरह के सवाल लोगों के बीच उठने लगे हैं 

आपको बता दें कि 11 जुलाई 2022 को सुनीता की तबियत बिगड़ी थी जिसके बाद वह ईलाज के लिए मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के बरियारपुर चौक स्थित एक निजी अस्पताल में सुनीता पहुंची थी जिसके बाद 11जुलाई को ही बरियारपुर चौक स्थित दिव्या अल्ट्रासाउंड में सुनीता का अल्ट्रासाउंड कराया गया था जिसके बाद 3 सितंबर 2022 को यूट्रस में खराबी के कारण अस्पताल प्रबंधक के द्वारा सुनीता को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए बोला गया जिसके बाद 3 सितंबर को ही चिकित्सकों ने ऑपरेशन के दौरान यूट्रस एवं सुनीता का दोनों किडनी निकाल वही ऑपरेशन के बाद 4 सितंबर को सुनीता का तबीयत बिगड़ने लगा वही सुनीता का तबीयत बिगड़ने के बाद 5 सितंबर 2022 को सुनीता को अस्पताल प्रबंधन ने मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में इलाज के लिए भेजा वही एसकेएमसीएच में पहुंची सुनीता का जब जांच किया गया तो उसकी दोनों किडनी नहीं होने की बात सामने आई जिसके बाद स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मच गया था जिसके बाद 7 सितंबर 2022 को सुनीता को पटना पीएमसीएच में रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान किडनी नहीं रहने की बात डॉक्टर के द्वारा बताई गई वही पीएमसीएच में जांच के बाद सुनीता को वापस इलाज के लिए मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएस में भेजा गया 9 सितंबर 2022 को सकरा के एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण कुमार को पूरे घटना की जानकारी हुई जिसके बाद पीड़िता के परिवार को लेकर समाज सेवी प्रवीण कुमार सकरा थाना पहुंचे और मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराया वही 10 सितंबर 2022 को सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण कुमार एवं सुनीता के परिजनों के द्वारा एसकेएमसीएच में जमकर हंगामा किया गया जिसके बाद किडनी पीड़िता सुनीता को इलाज के लिए मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती किया गया जहा सितंबर 2022 से 15 सितंबर 2022 तक सुनीता का मुजफ्फरपुर के इलाज चल इसके बाद 15 सितंबर को सुनीता को बेहतर इलाज के लिए आईजीएमएस रेफर किया गया .

जहां 15 सितंबर 2022 से लेकर 3 नवंबर 2022 तक सुनीता का आईजीएमएस में इलाज चला फिर 3 नवंबर 2022 को सुनीता को आईजीएमएस से मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में रेफर कर दिया गया जहा जिसके बाद से किडनी पीड़िता सुनीता का मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में ईलाज चल रहा था इस दौरान मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में पहुंचे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किडनी पीड़िता सुनीता से मुलाकात की थी और आर्थिक सहायता के रूप में ₹5 लाख की सहायता प्रदान किया था.

 वही अभी हाल ही के दिनों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा एसकेएमसीएच परिसर में बने सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन करने पहुंचे थे वहां भी किडनी पीड़िता सुनीता अपने पति अक्लू राम के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर किडनी की मांग की थी लेकिन ढाई वर्ष तक जिंदगी से जंग लड़ने के बाद आखिर सुनीता ने हार मान ली और इस जिंदगी को आज अलविदा कह दिया.

रिपोर्ट-मणि भूषण शर्मा


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