Bihar Dakhil Kharij Fraud: बिहार में सरकारी जमीन को निजी बताकर दाखिल-खारिज करने वाले सीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। दरअसल, दानापुर अंचल में सरकारी जमीन को निजी दिखाकर दाखिल-खारिज करने के मामले में जिलाधिकारी (डीएम) ने दानापुर के अंचल अधिकारी (सीओ) से स्पष्टीकरण मांगा है। शुक्रवार को लोक शिकायत न्यायालय में सुनवाई के दौरान डीएम ने पूछा कि जिस सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश एक साल पहले दिया गया था। उसका दाखिल-खारिज कैसे हुआ और अब तक अतिक्रमण क्यों नहीं हटाया गया।
सीओ से कार्रवाई पर सवाल
सुनवाई के दौरान डीएम के सवालों पर सीओ कोई जवाब नहीं दे सके। इस पर डीएम ने एडीएम (राजस्व) को निर्देश दिया कि सीओ से स्पष्टीकरण मांगा जाए और इस मामले में जिम्मेदार राजस्व कर्मचारी और निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
तीन डिसमिल सरकारी जमीन पर विवाद
कटिहार जिले के ओटीपाड़ा चिल्ड्रेन पार्क की मंजू पंडित ने आरोप लगाया है कि खगौल में उनकी जमीन के सामने की तीन डिसमिल सरकारी भूमि पर एक स्थानीय व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है। इस सरकारी जमीन को निजी बताते हुए दाखिल-खारिज भी करा लिया गया है। मंजू पंडित ने इस मामले की शिकायत पहले एडीएम (राजस्व) से की थी।
आदेश के बावजूद कार्रवाई नहीं
पांच जनवरी 2024 को डीएम ने सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया था, लेकिन सीओ ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान डीएम ने सीओ से पूछा कि पिछले आदेश का अनुपालन क्यों नहीं हुआ। सीओ द्वारा जवाब न दे पाने पर डीएम ने उनसे स्पष्टीकरण मांगते हुए पूछा कि क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।