Bihar News: बिहार के नवादा में डॉक्टरों की संस्था आईएमए ने हाल ही में एक आपात बैठक बुलाई। जिसमें डॉ. पंकज कुमार की अवैध गिरफ्तारी के मुद्दे पर गहन चर्चा हुई। दरअसल, 2 अक्टूबर की रात, पकरीबरावां में एक नर्सिंग होम में प्रसूता की मौत के मामले में डॉ. पंकज कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिसकर्मियों के खिलाफ हो कार्रवाई
बैठक में डॉक्टरों ने एकमत से इस गिरफ्तारी को मनमाना और गलत बताया। उनका आरोप है कि डॉ. पंकज कुमार को षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है और उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। डॉक्टरों ने मांग की है कि डॉ. पंकज कुमार को तुरंत रिहा किया जाए और इस मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
काला बिल्ला लगाकर करेंगे रोष व्यक्त
आईएमए के सभी डॉक्टरों ने इस घटना के विरोध में काला बिल्ला लगाकर अपना रोष व्यक्त किया है। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस से इस मामले में त्वरित हस्तक्षेप की अपील की है। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वे आगे की कार्रवाई के लिए मजबूर होंगे।
डॉक्टरों की मांग
डॉक्टरों ने कहा कि, अगर इसके बाद भी कोई उचित आश्वासन या कार्रवाई नहीं होती है तो वह फिर से वह बैठक कर अगले कदम उठाने का निर्णय लेंगे। इस दौरान हुए ओपीडी का कार्य बाधित नहीं करेंगे। मगर उनका विरोध लगातार जारी रहेगा। पकरीबरावां बाजार स्थित पटना क्लीनिक में बुधवार को थाना क्षेत्र के एरुरी गांव के मनीष कुमार मांझी की पत्नी शोभा देवी की मौत मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में डॉक्टर पकंज कुमार, आदित्य रंजन, हिसुआ की श्वेता कुमारी, बाजितपुर के शशिकांत उर्फ सन्नी कुमार और एंबुलेंस चालक गौतम को गिरफ्तार किया है।
नवादा से अमन की रिपोर्ट