Bihar Weather Report: बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात ‘फेंगल’ भारत के दक्षिणी तटों से टकराने के लिए तैयार है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटवर्ती इलाकों में इसके प्रभाव से तेज हवाओं और भारी बारिश की संभावना है। वहीं, बिहार में इस चक्रवात का प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं होगा, लेकिन मौसम में हल्का बदलाव देखने को मिल सकता है।
फेंगल का भारत पर संभावित प्रभाव
1. तमिलनाडु और पुडुचेरी पर असर
चक्रवात फेंगल 30 नवंबर की सुबह तमिलनाडु और पुडुचेरी के कराईकल और महाबलीपुरम के बीच तट से टकराएगा।
तेज हवाएं: 70-90 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
भारी बारिश: तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा।
मछुआरों को चेतावनी: समुद्र में जाने पर पूर्ण प्रतिबंध।
2. अन्य दक्षिणी राज्यों में प्रभाव
कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
बिहार में मौसम का बदलाव
पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक कुमार गौरव के अनुसार, चक्रवात फेंगल का सीधा असर बिहार पर नहीं पड़ेगा।
संभावित बदलाव
दक्षिण बिहार के कुछ क्षेत्रों में मध्यम और उच्च स्तर के बादल छाए रह सकते हैं।
वर्षा की संभावना फिलहाल नहीं है।
कोहरे और नमी का प्रभाव
बिहार में अरब सागर से आई नमी के कारण अधिकांश जिलों में सुबह घना कोहरा छाया हुआ है।
हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से सूरज की रोशनी समुचित मात्रा में सतह तक नहीं पहुंच रही है।
बिहार में जारी अलर्ट और तापमान
येलो अलर्ट
29 नवंबर को नौ जिलों (सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया और भागलपुर) में घने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
तापमान का आंकड़ा
दिन का अधिकतम तापमान: 26°C से 28°C के बीच।
रात का न्यूनतम तापमान: 11°C से 17°C।
सबसे कम न्यूनतम तापमान: डेहरी में 9.5°C।
सबसे अधिक न्यूनतम तापमान: कटिहार में 16.7°C।
आज का मौसम: 29 नवंबर
सुबह: घने कोहरे की सफेद चादर।
दोपहर: हल्की धूप, लेकिन कोहरे की वजह से रोशनी कम।
शाम: तापमान में गिरावट, कनकनी का एहसास।