PATNA - बिहार पथ निर्माण विभाग ने सूबे की सड़कों को लेकर ऐतिहासिक कदम उठाया है. अब सूबे के खराब सड़कों की शिकायत को लेकर लोग सीधे शिकायत दर्ज करा सकते हैं। जिसमें फोन पर शिकायत मिलने के बाद रोड एंबुलेंस तत्काल खराब सड़कों की मरम्मत के लिए पहुंच जाएगी। इस व्यवस्था के बाद अब काफी हद समस्या को दूर किया जा सकेगा।
इस बात की जानकारी देते हुए पथ निर्माण मंत्री विजय सिन्हा ने बताया कि हमलोगों ने प्रदेश में लोक शिकायत निवारण प्रणाली को हमलोगों ने विकसित किया है। जिसमें प्रदेश के 1343 किमी सड़कों की निगरानी oprmc से होता है। सिर्फ इंजीनियर तक यह सिमटा हुआ था। इंजीनियर की शिकायत पर संवेदक को काम करने के निर्देशित करता था।
इंजीनियर नहीं बता पाते संवेदक ने कैसा किया काम
मंत्री विजय सिन्हा ने इस दौरान माना कि कई बार यह शिकायत मिली की संवेदक ने क्या काम किया, इंजीनियर यह नहीं समझ पाते हैं। न ही बता पाते हैं। जिसे देखते हुए ऐसे प्रणाली विकसित की गई है, जिसमें लोग कहीं से भी सड़क और पुल से जुड़ी शिकायत को लेकर कॉल कर सकते हैं।
विभाग इस पर तत्काल क्षेत्रिय अभियंताओं को मोबाइल एप्प पर अपलोड कर सकते हैं। वहीं संवेदक इसका निराकरण करेंगे। मरम्मती के बाद पुनः फोटो अपलोड करेंगें। जिसे इंजीनियर द्वारा प्रमाणित किया जाएगा। इस प्रणाली के तहत विभाग की त्रुटियों को भी सूचित किया जाएगा। बिहार में इस तरह आम नागरिक के लिए पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है।
अब आम लोग कही से पथ और पुल की शिकायत पथ निर्माण विभाग को कर सकते हैं संवेदक समस्या का निवारण करेंगे पारदर्शी व्यवस्था की जा रही है लोगो की शिकायत पर सड़क की मरम्मती मानक के आधार पर कर उसका फोटो भेजा जाएगा आम नागरिक ऑन लाइन शिकायत कर सकेंगे। इस दौरान एक मोबाइल नंबर भी जारी किया गया, जो कि मुख्य अभियंता का है। यह नंबर है 9470001266। इस पर शिकायत मिलने पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा। इस नंबर से बिहार के 1274 सड़कों को जोड़ा गया है। कुछ जगहों के सड़क बाकी है, जिसे जल्द ही जोड़ लिया जाएगा।
शिकायत मिलने पर रोड एंबुलेंस की मदद से तत्कालिक मरम्मत का काम किया जाएगा। जिससे संवेदक और इंजीनियर की मिली भगत खत्म हो जाएगी और इसमें आज जनता के लिए पूरी तरह से पारदर्शिता होगी।
सड़कों के लिए कॉल सेंटर की भी होगी व्यवस्था
पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि बिहार में सड़कों और पुलों से जुड़े मामलों के लिए जल्द ही कॉल सेंटर की शुरूआत करने की प्लानिंग है। साथ ही एआई तकनीक का भी सहारा लेने की तैयारी है।
REPORT - VANDANA SHARMA